पटना । नेतरहाट स स्कूलिंग आ एमबीए करनिहार शशांक कुमार आ मनीष कुमार एहि जमाना क बिहारी नौजवान छथि। एकटा सुरक्षित रास्ता अपनाकए इ दूनू गोटे सेहो कतहू नौकरी करि सकैत छलाह, मुदा तखन ओ अपन प्रदेश क लेल नव दौर क किसानी क आइकन नहि गढ़ि सकैत छलाह। शशांक आओर मनीष किसान क बेटा अछि। आकर्षक आफर ठुकरेबाक बाद ओ अपन मेधा क इस्तेमाल अपन खेत स सोना (समृद्धि) पैदा करबा मे करि रहल दथि। युवा टेक्नोक्रेट क खेती कए समर्पित भेला स नवतुरिया मे खेतीक प्रति रूझान बढि रहल अछि आ इ दूनू मिसाल बनि रहल छथि। किसान छोट-छोट समूह मे संगठित भ कृषि क उच्च तकनीक, उन्नत बीज, बेहतर खाद आ कीटनाशी क सही इस्तेमाल करि रहल छथि। बीज स लकए बाजार तक क व्यवस्था आब हिनकर निर्देशन मे स्वयं किसान करैत छथि। एहि स पैदावार मे दोगुणा वृद्धि भ रहल अछि। कृषि लागत मे कमी आबि रहल अछि। केवल आठ मास मे तकनीक संपन्न दूटा युवा किसान इ सब करि देखेलथि अछि। दूनू गोटे फार्म एण्ड फार्मर नामक संस्था बनेलथि अछि। एकर अधीन 10 स 15 किसान क छोट-छोट समूह बनाउल जा रहल अछि। संस्था एक तरफ देशभर मे पसरल कृषि तकनीकी संस्थान स नेटवर्किंग करि रहल अछि, त दोसर दिस किसान कए संगठित करि सामूहिक खेती क पाठ पढ़ा रहल अछि। संस्था पहिल समूह मई 2010 मे वैशाली जिला क चकदरिया गाम मे बनेने छल। इ सिलसिला आब भोजपुर, पूर्णिया, सारण तक पहुंच चुकल अछि। एहि समूह लेल किसान क चयन काफी जांच-परख क बाद कैल जाइत अछि।
शशांक कुमार आ मनीष कुमार aha dunu ke bahut bahut dhanyabad jaa dhari sikshit warg kheti dish nahi jhuktah ta dhari vikash ashambhaw achhi kiyak te hamar rajyak mukhya byabsay kheti achhi.