नई दिल्ली। केंद्रीय भूतल परिवहन आ राजमार्ग मंत्री कमलनाथ कहला अछि जे राजमार्गं क निर्माण कार्य मे प्रशासनिक दिक्कत कए देखैत राष्टीय राजमार्ग प्राधिकरण क पुनर्गठन क फैसला कैल गेल अछि। एकर दिल्ली, कोलकाता, बेंगलुरु, पटना, चंडीगढ़, लखनऊ, भोपाल, हैदराबाद, जयपुर, मुंबई व गुवाहाटी मे क्षेत्रीय कार्यालय खोलल जा रहल अछि। एहि कार्यालय क प्रभारी मुख्य महाप्रबंधक स्तर क अधिकारी हेताह। केंद्रीय मंत्री क अनुसारे एहि स तमाम वित्तीय आ प्रशासनिक फैसला मे विलंब कए समस्या खत्म भ जाइत। केंद्रीय मंत्री कहला जे फिलहाल सात स आठ हजार किमी सड़क प्रतिवर्ष बनेबा क लक्ष्य रखल गेल अछि। एकर अलावा मंत्रालय वर्ष 2009-10 क लेल कार्ययोजना तैयार करि रहल अछि, जाहि स 11 हजार 920 करोड़ किमी लंबा सड़क बनेबाक कार्य शुरू भ सकत। इ काज अगिला वर्ष जनवरी मे शुरू होइत। एकरा लेल घरेलु स्त्रोत क अलावा विश्व बैंक स मदद लेल जाइत। ओ कहलथि जे निर्धारित समय अवधि मे सड़क निर्माण कार्य शुरू नहि भेला पर राष्टï्रीय राजमार्ग प्राधिकरण किसान आ अन्य लोक क अधिग्रहित भूमि कए लौटा देत।
एकर अलावा केंद्र सरकार देश मे उन्नत सड़क क जाल बिछेबा लेल अलग स एकटा एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण बनेगाक तैयारी कए रहल अछि। इ प्राधिकरण देश क 33 नक्सल प्रभावित जिला मे 7400 करोड़ टका क अलग स बनल योजना पर काज करत, जेकर पूरा खर्च केंद्र वहन करत। एहि योजना स बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड, आंध्रप्रदेश सहित अन्य नक्सल प्रभावित राज्य कए लाभ भेटत। कमलनाथ क अनुसारे देश मे मौजूदा पैघ परियोजना क अतिरिक्त किछु अन्य परियोजना क जरूरत अछि। ओ कहन्लथि जे राष्टीय राजमार्ग प्राधिकरण स अलग एकटा स्वतंत्र एजेंसी गठित करबाक जरूरत अछि। एकरा लेल ओ एक्सप्रेस वे डिवीजन बनेबाक फैसला कैलथि अछि। इ प्राधिकरण देश मे 17 हजार किमी लंबा एक्सप्रेस वे बनाउत। अगिला साल जनवरी-फरवरी मे बजट सत्र क दौरान एहि संबंध मे संसद मे विधेयक पेश करबाक संभावना अछि।
achha hai.
meri samajh se purvi chhetra ki kuch annya activities k baare me bhi jankariyan honi chahiye yahan.
jaise sports, education aur abhi kuch hi dino me bihar k log extra curricular activities me bhi aage badhe hain. unko bhi jagah milni chahiye.
bad nik samachar
bahut achchha hai aashish ji, badhaayee ho
First of all I would like to congratulate you on the test launch of esamaad. I have forwarded link to many Maithilis across the world.
Here I am forwarding a mail of a senior German scholar who is at presant available in Delhi.
We wish great time ahead of Mithila and Maithili.