पटना । केन्द्रीय सेक्टर स बिहार कए ओनाए कम बिजली भेटैत छल, आब ओहू मे कटौती करबा क घोषणा करि केंद्र अपन बिहार विरोधी छवि कए मजबूत करि लेलक अछि। पहिने से बिजली संकट झेल रहल बिहार कए आओर अनहार करबाक केंद्र इ प्रयास कहल जा सकैत अछि। बिहार कए भेट रहल बिजली मे सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी अथारिटी 70 मेगावाट क कटौती करि देलक अछि। कटौती तत्काल प्रभाव स लागू सेहो करि देल गेल अछि। एकर लिखित सूचना बोर्ड कए भेट गेल अछि।
बिहार कए केन्द्रीय कोटा मे अलग-अलग समय मे 1746 स 1791 मेगावाट हिस्सेदारी अछि। एकर बाद प्रदेश कए औसतन ग्यारह सौ मेगावाट बिजली भेटैत रहल। कटौती स एक दिन पूर्व 1014 मेगावाट बिजली भेटल। इ कटौती एहन समय मे कैल गेल अछि जखन राज्य सरकार केन्द्र स कोटा मे वृद्धि क मांग करि रहल अछि। एहन समय मे कोटा मे कटौती बोर्ड क अधिकारी आ बिहारक जनता लेल घाव पर नून देबाक काज जकां बुझा रहल अछि।
तालचार आ कहलगांव स बिजली उत्पादन मे कोयला क आबि गेल अछि आ बरौनी आओर कांटी थर्मल पावर स बिजली उत्पादन शुरू नहि भ सकल अछि। प्रदेश मे बिजल क मांग तीन हजार मेगावाट स बेसी अछि। एहन मे स्वभाविक तौर पर प्रदेश केन्द्रीय सेक्टर क बिजली पर निर्भर अछि। बिहार राज्य विद्युत बोर्ड क जनसंपर्क निदेशक हरेराम पाण्डेय कहला जे केन्द्रीय सेक्टर स भेट रहल बिजली मे 70 मेगावाट क कमी करि देल गेल अछि, जखनकि आवंटन मे वृद्धि क मांग लगातार क रहल छी।