पटना : लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान एक बेर फेर मुसलिम कार्ड खेलेला अछि। ओ कहला जे चुनाव एहि साल अछि। सत्ता क चाबी मुसलमान क लग रहत। मुसलमान चाबी क इस्तेमाल गलत जगह पर नहि, बल्कि राजद-लोजपा क सरकार बनेबा मे करए। मुसलमान यदि ठान ले, त लालू आ पासवान कए सत्ता मे एबा स कियो नहि रोकि सकैत अछि। दोस्त आ दुश्मन मे फर्क करबाक इ समय अछि। पासवान गांधी मैदान मे मुस्लिम रैली मे बाजि रहल छलाह।
ओ कहला जे चुनाव जखन हुए, नीतीश सरकार क विदाई तय अछि। नीतीश कुमार भाजपा क संथ मिलि कए आरएसएस कए बढ़ावा द रहल छथि। जदयू मे घमसान मचल अछि। एक-एक करिकए सब जाति क नेता कए नीतीश अपमानित करि रहल छथि। मुसलमान कए राज्य आ केंद्र सरकार ठगि रहल अछि। रंगनाथ मिश्र आयोग क रिपोर्ट लागू नहि भ रहल अछि। ओ मुसलमान कए सरकारी नौकरी आ उच्च शिक्षा मे दस फीसदी आरक्षण देबाक मांग केलथि। मुसलमान क हालत दलित स बेसी बदतर अछि। आजादी क 62 वर्ष बाद मुसलमान डरायल अछि। संसद पर हमला क दोषी अफजल गुरु लेल फांसी क मांग भ रहल अछि आ राजीव गांधी क हत्यारा पर कियो नहि बाजि रहल अछि,जखनकि दूनू कए फांसी क सजा भेटल अछि। सिमी पर प्रतिबंध लागि सकैत अछि, त भाजपा आ आरएसएस पर किया नहि?