पटना। बिहार सरकार क घोषित नीति मेडल लाउ, नौकरी पाउ रंग दिखबै लागल अछि। खिलाड़ी नव ऊर्जा क संग लक्ष्य क ओर कदम बढ़ा रहल अछि। नव वर्ष मे एकर शुरुआत राज्य क बालिका कबड्डी खिलाड़ी करि देलक अछि। भोपाल में आयोजित राष्ट्रीय जूनियर कबड्डी प्रतियोगिता मे कांस्य जीत कए बालिका इ दिखउलक जे सरकार ओहि पर ध्यान द दए त ओ कोनो स कम नहि अछि।
लीग मैच स रहल जलवा : अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी राजीव कुमार आ स्मिता कुमारी क नक्शाकदम पर चलि रहल बालिका भोपाल मे लीग मैच मे मजबूत आंध्र प्रदेश कए हरा कए शानदार आगाज केलक आ फेर पाछु मुड़ कए नहि देखलक। विदर्भ, जम्मू-कश्मीर, त्रिपुरा कए हरा कए गु्रप ई मे शीर्ष पर रहैत क्वार्टर फाइनल तक कए सफर तय केलक, जेहि ठाम मेजबान मध्य प्रदेश कए शिकस्त द कए कांस्य पदक पर कब्जा जमउलक।
लड़की स सीख लए लड़का : सेमीफाइनल मे उत्तर प्रदेश स महज सात अंक स हारए वाला बालिका टीम स बालक कए सीख लेबाक जरूरत अछि। 2008 मे तमिलनाडु मे प्री-क्वार्टर फाइनल स एहि बेर दू कदम आगू बढ़ेबा वाली रश्मि, देवयंती, सिंकू, रीना, मनीषा, पूजा, संतोषी, ज्योति, दीपशिखा आ ममता अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी बनबाकमाद्दा रखैत अछि। मालूम हुए जे इ सबटा खिलाड़ी कटिहार, बेगूसराय, बक्सर, पूर्णिया, भोजपुर, सुपौल क ग्रामीण क्षेत्र स आइल अछि। एहि मे कईटा त आर्थिक तंगहाली स गुजर रहल अछि। दोसर दिश, लड़का पिछला वर्ष जेहि ठाम छल, ओहि ठाम स ओ आगू नहि बढि़ सकल। स्टार कैचर पटना साई सेंटर क वीरू कए घायल होबाक सेहो असर पड़ल।
हतोत्साहित हेबाक जरूरत नहि : बिहार कबड्डी संघ क सचिव कुमार विजय कहलथि जे लड़का सब हुनका निराश केलक, मुदा एहि स हतोत्साहित हेबाक जरूरत नहि अछि। लड़का अगर लड़की क तरह कबड्डी क प्रति अपन अंदर जुनून पैदा करि सकत, अभ्यास मे समय देत त ओ बालिका टीम क साथ कंधा स कंधा मिला सकत।
2010 क योजना : संघ क ओर स इ वर्ष जूनियर खिलाड़ी पर विशेष ध्यान देल जाएत। एकरा लेल कईटा नव योजना बनाउल जा रहल अछि। राज्य टूर्नामेंट क बाद तीन टा चरण क कैंप लागत। कैंप मे बाहर स अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षक बुलाउल जाएत, जे जूनियर कए नव तकनीक स अवगत करउताह। जिला संघ कए प्रखंड आ स्कूली स्तर पर प्रतियोगिता करबए पड़त। जिला मे विशेष प्रशिक्षण केन्द्र सेहो खोलल जाएत।
बालिका जूनियर टीम की उपलब्धि : 2000-पटना मे कांस्य, 2006-महाराष्ट्र मे रजत पदक, 2007-हरिद्वार मे क्वार्टर फाइनल आ 2009 – भोपाल मे कांस्य पदक।