आशीष झा
पटना। दरभंगाक पूर्व सांसद ललित नारायण मिश्र पर 2 जनवरी, 1975 कए समस्तीपुर मे बम स हमला कैल गेल। जाहि मे ओ घायल भ गेलाह आ दानापुर मे इलाजक दौरान हुनक मौत भ गेल। मुदा हुनका पर बम के फेंकलक आ हुनक मौत क असली कारण की रहल एहि पर पिछला 36 साल स भ्रम अछि। देशक सबस पैघ जांच एजेंसी एहि मामला क जांच करीब 36 साल स करि रहल अछि आ दिल्लीक तीसहजारी कोर्ट मे एकर रोज सुनवाई भ रहल अछि। ललित बाबू हत्याकांड पर कोर्ट क फैसलाक बाट सब ताकि रहल अछि। ललित बाबूक मौत क मुख्य कारण पर ललित नारायण मिश्र क पुत्र आ भाजपा विधायक विजय कुमार मिश्र क कहब अछि जे समस्तीपुर मे ललित बाबू पर बम स हमला जरूर भेल छल, मुदा हुनकर मौत क कारण किछु आओर छल। मिश्र कहैत छथि जे बम स घायल भेलाक बाद खूनक बहाव काफी भेल छल आ एहन मे हुनका तरल पदार्थ देब घातक भेल। एहन मे ललित बाबू क मौतक कारण हुनका देल गेल ओ कॉफी आ पाइन छल जे हुनका नहि देबाक चाहैत छल। ओ कहैत छथि जे इ गप सामान्य रूप स लोक कए नहि बुझल रहैत अछि आ शायद ललित बाबू कए सेहो एकर ज्ञान नहि छल। जानकारीक अनुसार खूनक बहाव भेलाक बाद लोक कए प्यास बड लगैत अछि। ललित बाबू सेहो समस्तीपुर स दानापुर धरि कई कप कॉफी आ कई ग्लास पाइन मंगने छलाह। समय समय पर हुनकर इ मांग पूरा कैल जाइत रहल। सवाल उठैत अछि जे हुनकर मांग कए पूरा किया कैल गेल। आखिर हुनकर संग चलि रहल लोक एहि दिस ध्यान किया नहि देलक। विजय मिश्र एहि सवाल पर चुप भ जाइत छथि। ओ कहैत छथि जे इ साफ नहि अछि। मिश्र एकरा साजिश स बेसी अज्ञानता मानैत छथि। ओ कहैत छथि जे ललित बाबू मांग करैत रहलाह आ लोक हुनका दैत रहल। मुदा ओ एहि सवाल पर चुप भ गेलाह जे ललित बाबू कए मंगला पर इ देल गेल या एकटा साजिश क तहत हुनका इ देल जाइत रहल आ प्यासल ललित बाबू अज्ञानता मे इ लैत रहलाह।
ललित बाबू क प्यास क कारण हुनक चहलकदमी सेहो बनल। समस्तीपुर स दानापुर धरि विभिन्न स्थान पर लोक हुनका देखबा लेल पटरीक दूनू भाग जमा छल। अपन संबंध मे कोनो अफवाह कए रोकबा लेल ओ बेर बेर दरबाजा तक जाइत अबैत रहलाह। ओ जनता कए आश्वस्त करैत रहलाह जे ओ ठीक छथि। पटना मे नहि उतरबाक सवाल पर विजय मिश्र कहैत छथि जे ललित बाबू दानापुर सेहो गंभीर स्थिति मे नहि पहुंचलाह। दानापुर मे हुनका अपन पिता स काफी काल गप भेल छल। तखनो हुनकर हालत गंभीर नहि लागी रहल छल। मुदा ओ थाकल जरूर लागि रहल छलाह। कोनो आशंका नहि छल जे ओ चल जेताह।
ललित बाबूक मौतक सूचना आम लोक जेकां हुनक परिवार कए सेहो चौंका देने छल। पिछला 36 साल स हुनक परिवार सेहो एहि मामला पर फैसलाक बाट ताकि रहल अछि। विजय मिश्र कहैत छथि जे फैसला कहिया आउत कहब मुश्किल अछि। अहां सब संग हमरो एकर इंतजार अछि। मुदा मिथिलाक जनता संग मिश्र सेहो एतबा देरी स भेटल न्याय कए न्याय मानबा लेल तैयार नहि लगैत छथि।
मिथिला आ खास क झंझारपुर लेल ललित बाबू क स्नेह पर विजय मिश्र कहैत छथि जे हुनका झंझारपुर लेल अजब कमजोरी छल। दरभंगाक विकास लेल ओ बहुत किछु तय केने छलाह। मुदा हुनक मौत क बाद दरभंगा आ झंझारपुर क विकास नहि भेल। मिश्र मानैत छथि जे ललित बाबू क बाद मिथिला मे एकटा एहन राष्टीय नेताक नहि भेल जे क्षेत्र लेल किछु करबाक इच्छा रखैत हुए। मिश्र कहैत छथि जे मिथिला मे ललित बाबू सन नेता दोसर होएत बा नहि इ कहब त कठिन अछि मुदा ललित बाबू जेकां क्षेत्र लेल काज करनिहार नेताक मिथिला कए बहुत आवश्यकता अछि।
कांग्रेसक लोकप्रिय नेताक हत्याक बाद हुनक परिवार क कांग्रेस स दूरी क संबंध मे पूछला पर विजय मिश्र असहज भ जाइत छथि। किछु नाम बजबा स परहेज करैत बस एतबा कहैत छथि जे एकरो पाछु ओ लोकनि छथि जे हमर पिताक राजनीतिक फायदा उठेलाह। मिश्र कहैत छथि जे हमर माता क चुनाव हारब एकटा राजनीतिक धोखा छल। ओकर बाद हमर परिवार कए एकटा रणनीतिक तहत कांग्रेस स दूर कैल गेल। कांग्रेस पर ललित बाबूक नामक केवल इस्तेमाल करबाक आरोप लगबैत मिश्र कहला जे कांग्रेस हुनकर कोनो सपना पूरा नहि केलक। दमकिपा स अपन राजनीतिक जीवन शुरू करनिहार विजय मिश्र कहैत छथि जे 1984 मे दरभंगा स कांग्रेस कए हरा ओ संसद पहुंचलाह। आई ओ भाजपा स विधायक छथि। विजय मिश्र क अनुसार आजुक राजनीति हुनका सन लोक लेल नहि अछि। राजनीतिक मायने आ लक्ष्य बदलि गेल अछि। विजय मिश्र अपना कए एहि नव राजनीतिक परिपेक्ष मे सहज महसूस नहि करैत छथि। ओ कहैत छथि जे पिताक सपना पूरा करबाक इच्छा स राजनीति मे आयल रही आ जखन धरि छी बस एतबा लक्ष्य रहत जे हुनक सपना पूरा करि।