पटना सिटी। विद्यापति कए मधुर गीत स गुंजलई आम….ये है मेरा बिहार… गौनिहार राष्ट्रीय आ अंतरराष्ट्रीय सम्मान स सम्मनित 65 वर्षीय संगीत सम्राट पंडित श्याम दास मिश्र क निधन भ गेल। ओ जीवन भरि कश्मीर स कन्याकुमारी तक राष्ट्रीय एकता आ अखण्डता क प्रचार-प्रसार संगीत क माध्यम स करैत रहला। छह बेर राष्ट्रपति पुरस्कार स सम्मानित पंडित जी क निधन स समस्त कला प्रेमी क आंखी नोरा गेल। सब हक मुंह पर एतबे छल कि आब के कहत ”ये है मेरा बिहार..”। बिहारीक मन मे अपन गीत स गौरव भरि देनिहार मिश्र एहन कईटा बिहार गौरव गाथा क गीत आ 35टा संगीत क किताब लिखने छथि। ओ अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त संगीतज्ञ नारायणी कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय स वर्ष 2008 मे सेवानिवृत भेल छलाह। संगीत सम्राट पंडित श्यामदास मिश्र 5 जुलाई कए जंगली प्रसाद लेन स्थित आवास स बैंक निकलबाक क्रम मे चौक शिकारपुर मे खोदल गेल सड़क पर खसला आ हुनकर माथ मे गंभीर चोट लागल जाहि स ओ बेहोश भ गेल छलाह। दिल्ली मे चिकित्सक द्वारा इलाज स इनकार करलाक बाद 23 जुलाई कए डा. प्रदीप हुनकर माथ क आपरेशन केने छलाह जाहि स हुनका आराम भेटल छल। चारि दिन तक ओ लोक स गप सेहो केने दलाह। मीडिया मे खबर एलाक बाद बिहार सरकार द्वारा इलाज क लेल 50 हजार टका सेहो देल गेल। 12 दिन तक कोमा मे रहलाक बाद पण्डित श्याम दास मिश्र पाटलिपुत्र डिवाइन हास्पीटल मे आखिरकार दम तोडि देलथि। हुनकर निधन स कला आ संस्कृति जगत मे सन्नाटा पसरि गेल अछि। खाजेकलां घाट पर पण्डित मिश्र क अंतिम संस्कार कैल गेल।