पटना। बिहारक किसान लेल सरकार क व्यवहार बदलबाक नाम नहि ल रहल अछि। ताजा उदहरण धान खरीद मामला मे सामने आबि रहल अछि। एक दिस पंजाब मे धान खरीद लेल केंद्र तमाम उपाय केने अछि, त दोसर दिन बिहारक किसान अपन धान बेचबा लेल दर-दर ठोकर खा रहल छथि।
ज्ञात हुए जे बिहार मे लगातार दोसर साल धानक रिकार्ड उत्पादन से एक दिस जतय किसान उत्साहित छथि ओतहि धान क खरीददारी न हेबा स चिंतित सेहो छथि। सुरिंदर महतो पिछला साल सूखाग्रस्त क खेत मे मेहनत करि धान क पैदावार बढेबा मे सफल रहलाह अछि, मुदा ओ एहि ल कए चिंतित अछि जे धान एखनो हुनकर दलान पर परल अछि आ ओकर कियो खरीददार नहि अछि। महतो कहला- हम अपन फसल बेचबा लेल सरकारक बाट ताकि रहल छी, मुदा सरकार क उदासीनता क कारण हम किछु नहि करि पाबि रहल छी, सरकारक रवैया नहि बदलल त आखिरकार कोनो दाम मे स्थानीय व्यापारी कए बेचबा लेल हमहू मजबूर भ जायब।
केंद्रीय आ राज्य स्तरीय एजेंसी एखन धरि मात्र 283,000 टन धान क खरीददारी केलक अछि, जखनकि इ मात्रा निर्धारित लक्ष्य 10.50 लाख टन स काफी कम अछि। खरीफ क मौसम दिसंबर क संग समाप्त भ चुकल अछि आओर खरीददारी दू-तीन महीना तक आओर चलि सकैत अछि।
बिहार कृषि विभाग क एकटा अधिकारी कहब अछि, पिछला साढ़े तीन माह स जखन स खरीददारी शुरू भेल अछि, सरकारी एजेंसी मात्र 283,000 टन धान क खरीददारी केलक अछि, जे कि एखनधरि क खरीददारी क सबस खराब रिकॉर्ड अछि।
आधिकारिक सूत्र क अनुसार सरकारी एजेंसी देश मे भेल धान क कुल खरीददारी क एक प्रतिशत स कम क खरीददारी केलक अछि। एकटा अधिकारी कहला-देश भरि मे लगभग 2.54 करोड़ टन धान क खरीददारी भेल अछि, मुदा एहि मे बिहार क हिस्सेदारी उम्मीद स बहुत कम अछि।
राज्य मे पिछला साल 11 लाख टन धान क रिकॉर्ड खरीददारी भेल छल। खासतौर स किसान क लेल इ स्थिति गम्भीर अछि, किया कि राज्य मे 2010 मे लगातार दोसर साल सूखा पड़ल अछि आओर किसान कए उम्मीद छल जे फसल क नीक दाम भेटत, जाहि स हुनकर खर्च निकलि आएत।
किसानक कहब अछि जे खुला बाजार मे धान क बिक्री हुनका लेल लाभकारी नहि अछि, किया जे बाजार क दाम, सरकारी दाम स कम अछि। रोहतास जिला क एकटा किसान मुकेश राय कहला- सरकार क रणनीति हमरा बुझबा मे नहि अबैत अछि।
ज्ञात हुए जे भारतीय खाद्य निगम 45,000 टन धान क खरीददारी केलक अछि, जखकि बिहार राज्य सहकारी विपणन संघ लिमिटेड 100,000 आओर भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन परिसंघ लिमिटेड (नाफेड) 60,000 टन धान खरीद चुकल अछि। बिहार क बनिस्बत पंजाब, हरियाणा, छत्तीसगढ़, ओडिशा आओर उत्तर प्रदेश मे सरकारी एजेसी एखनधरि धान क रिकॉर्ड (2.31 करोड़ टन) खरीददारी करि चुकल अछि।