सुनील कुमार झा
नई दिल्ली । दिल्ली स्थित बुरारी मे आइ बिहार बसल छल। बिहार शताब्दी सम्मान समारोह क अवसर पर बिहारियत चरम पर छल। मंच स ल कए दूर अंतिम कतार मे ढार व्यक्ति तक अपना कए बिहारी कहबा लेल आतुर देखा रहल छल। निश्चित रूप स इ बिहारी स्मिता क पुनर्जारण जेकां छल। कार्यक्रम क मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री नीतिश कुमार सेहो एहि अवसर पर पूरा देश कए इ संदेश देलथि जे बिहार क लोक कोनो समाज लेल बोझ नहि बल्कि हर समाज क जरूरत बनि गेल अछि। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहला अछि जे बिहार क लोक मेहनत आ अपन हुनर स दुनियाभरि मे अपन पहचान बनेलथि अछि आ दोसर समाज लेल आइ जरुरत बनि चुकल छथि। एहि लेल राज्य क बाहर जाकए काज करबा लेल बिहारी कए अपमानित नहि करबाक चाही। मुख्यमंत्री कहला जे विभिन्न संगठन क लोग अतीत मे प्रवासी बिहारी कए अपमानित करबाक कोशिश करैत रहलाह अछि, मुदा सच इ अछि जे बिहार क लोक भीख मांगबा लेल नहि, बल्कि मेहनत करबा लेल जगह जगह घूमैत अछि। महाराष्ट्र आओर असम मे पिछला साल किछु आपत्तिजनक घटना भेल छल मुदा हम कहैत छी जे अगर चांद पर सेहो मानव श्रम क जरूरत होएत त बिहार क लोक जेबा स पाछु नहि हटत। किया कि बिहार क लोक लग सबटा काज सब ठाम करबाक श्रेष्ठ प्रतिभा रखैत अछि। ओ कहला जे वर्ष 2006 मे बिहार क प्रवासी पंजाब मे वर्क परमिट ल कए मजदूरी करैत छलाह मुदा आइ पंजाब क उद्यमी बिहार स मानव श्रम बजेबा लेल भांति -भांति क जुगत लगा रहल छथि।
श्री कुमार कहला जे बिहार क लोक स्वभाव स विहारी होइत अछि। ओ प्रकृति स प्रवासी अछि आ एहि कारण दुनिया क तमाम हिस्सा मे जा कए ओ अपन श्रम आ ज्ञान साबित करैत आयल अछि। एहि प्रवृति कए बिहारी लेल जीविका क मजबूरी नहि बुझब गलत अछि। समारोह मे विशिष्ट बिहारी सम्मान स सम्मानित पूर्व विदेश सचिव श्याम शरण आ भारतीय प्रतिभूति आ विनिमय बोर्ड (सेबी) क अध्यक्ष उपेन्द्र कुमार सिन्हा दिस देखैत श्री कुमार कहला जे इ सब साबित करि चुकल छथि जे कोनो प्रकारक परीक्षा मे शीर्ष स्थान हासिल करबा लेल बिहार क छात्र हरदम उद्यत रहैत छथि आओर नौकरी भेटलाक बाद समाज क सेवा सेहो मन स करैत छथि।
मुख्यमंत्री कहला जे बिहार मे पर्याप्त रोजगार क अवसर उपलब्ध करेबा लेल ठोस डेग उठाउल जा रहल अछि। श्री कुमार कहला जे एकर तात्पर्य इ नहि जे बिहार क लोक आब दोसर राज्य नहि जाएत। ओ पूरा देश आ विश्व मे जेबाक हकदार छथि। देश मे सब ठाम बसबाक आ काज करबाक आजादी अछि आ बिहारी स इ हक कियो नहि छीन सकैत अछि।
suni mon khush bhel.
हे अहाक विचार अत्ति उत्तम अछी /हम सब बिहार के वाशी के पास एकता नहीं छे ताहि कारन हम सबल छी /लेकिन ज्ञान में सब स आगू छी / इ कारन ओ सब हमरा सब के दबाब चहेत अछी / होम सब बुध्ही बिबेक और बल के समय पर उपयोग करे छी/