पटना। निगरानी विभाग कोसी राहत घोटाले क जांच विजिलेंस ब्यूरो कए सौंप देलक अछि। विभाग प्रथम द्रष्टया कबूल केलक अछि जे गोलमाल भेल अछि। कोसी क बाढि़ प्रभावित (खासकए सुपौल जिला क) कए आर्थिक सहायता देबाकक्रम मे इ गड़बड़ी भेल अछि। पीडि़त क संख्या आ प्रभावित क्षेत्र क दायरा क चलते चेक वितरित करबाक जिम्मेदारी पंचायत सेवक आ अन्य छोटे कारिंदा कए सेहो देल गेल छल। किछु लोकसेवक अंचलाधिकारी (सीओ) क जाली दस्तखत स आहि लोक सबहकनाम पर सेहो बैंक स टका निकालि लेलक, जे सहायता पेबाक हकदार नहि छथि। स्वाभाविक तौर पर एहन दर्जन भरि लोक कए सरकारी मदद नहि भेटल, जे बाढि़ मे अपन सब किछु गवां चुकल छथि।
सुपौल क जिलाधिकारी अपन स्तर स एहि मामला क जांच करौलथि। पुलिस थाना मे मुकदमा भेल । किछु लोक पर कार्रवाई सेहो भेल। आखिरकार जांच क तकनीकी पक्ष आ दायरा कए देखैत जिलाधिकारी निगरानी विभाग स जांच करेबाकआग्रह केलथि। अंतत: एकरा विजिलेंस ब्यूरो कए सुपुर्द करि देल गेल। थाना मे दर्ज मुकदमा सेहो विजिलेंस कए स्थानांतरित होएत।