पटना। प्रदेश क अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे गति पकडि़ रहल अछि। पाछु क कुछ साल मे विकास दर कए बढ़ाब मे सेवा क्षेत्र क सब स अधिक योगदान अछि। विकास दर हालांकि राष्ट्रीय औसत स कम अछि, पर धीमी गति स एकरा आगू बढ़बाक रुझान प्रदेश क उद्यमी कए उत्साहित केलक। पाछु क दस साल क आंकड़ा पर नजर देल जाए त विकास दर बढि़ क लगभग 5.57 प्रतिशत भ गेल अछि, जबकि ओहिस पहिने इ 3-4 प्रतिशत तक सीमित छएल। मालूम हुए जे विकास क राष्ट्रीय औसत अभी 6-7 प्रतिशत क मध्य रिकार्ड कएल गेल अछि। प्रदेश क 80 प्रतिशत स अधिक आबादी कृषि परि निर्भर रहलाक बावजूद नेट स्टेट डोमेस्टिक प्रोडक्शन (एनएसडीपी) मे एकर योगदान मात्र 35 प्रतिशत अछि। दू बेर लगातार बाढ़ क कारण कृषि क क्षेत्र मे 1.38 प्रतिशत क इजाफा देखल गेल। 55 प्रतिशत क साथ सब स अधिक योगदान सेवा क्षेत्र कए रहल। संचार, बैंकिंग आ बीमा क क्षेत्र मे भेल काज क कारण सेवा क्षेत्र मे तेजी देख क भेटल।
मालूम हुए जे प्रदेश क विकास दर हमेशा स खराब नहि छएल। अस्सी क दशक मे प्रदेश क विकास दर लगभग 5.2 प्रतिशत छएल, जबकि ओहि समय राष्ट्रीय औसत 5.6 प्रतिशत छएल, पर नब्बे क दशक मे राज्य मे विकास दर घटि कए करीब 3.46 प्रतिशत भ गेल। राष्ट्रीय औसत एहि बीच 5.6 फीसदी स बढि़ कए 6 फीसदी भ गेल। अर्थव्यवस्था क तेज गति प्रदान करै क लेल राज्य सरकार निजी निवेशक कए आकर्षित करबाक प्रयास केलक अछि। पाछु क वित्तीय वर्ष मे करीब 40 हजार करोड़ क 115 निवेश क प्रस्ताव आएल अछि, जकरा राज्य निवेश प्रोत्साहन परिषद सेहो मंजूरी देलाक। एहि स्वीकृत प्रस्ताव कए जमीन पर लेबाक लेल कई स्तर क काज शुरू भ गेल अछि।