नई दिल्ली। दिल्लीक मुख्यमंत्री शीला दीक्षित कहलथि अछि जे राज्य सरकार राजधानी क मानसिंह रोड आ अकबर रोड क बीच स्थित दरभंगा लेन क नाम बदलबाक कोनो योजना पर विचार नहि क रहल अछि। ओ कहलथि अछि जे अकबर रोड स्थित दरभंगा लेनक नामपटटी एक बेर फेर देखबा लेल भेटत। दिल्ली मे मिथिला क युवा क संगठन यूथ आफ मिथिला (वाईओएम) क अध्यक्ष भवेश नंदन झा क नेतृत्व मे मंगलदिन संस्था क एकटा प्रतिनिधिमंडल दिल्ली क मुख्यमंत्री शीला दीक्षित स भेंट केलक। प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री शीला दीक्षित स नामपटटी हटेबा पर आपत्ति दर्ज करैत कहलक जे पिछला किछु मास पहिने जेना नाम पट्टिका हटाउल गेल ओहि स आशंका पैदा भ रहल अछि जे सरकार एहि लेनक नाम बदलबाक योजना बना रहल अछि। श्री नंदन मुख्यमंत्री स मांग केलथि जे दरभंगा लेन क नाम पट्टिका जल्द ओहि स्थान पर लगा देल जाए ताकि मिथिला क लोक आश्वस्त भ सकए। एहि पर मुख्यमंत्री आश्वासन देलथि जे दरभंगा लेन क नाम कोनो हाल मे नहि बदलल जाएत आओर ओतए स हटाउल गेल नामपटटी सेहो जल्द लगा देल जाएत। संस्था द्वारा देल गेल ज्ञापन कए मुख्यमंत्री उचित कार्रवाई लेल नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) कए पठा देलथि अछि। वाईओएम क अध्यक्ष श्री नंदन कहला जे नई दिल्ली नगरपालिका परिषद अधिकारी एकरा एकटा गंभीर चूक मानैत एक मास क भीतर एक बेर फेर स नामपटटी लगा देबाक गप कहलथि अछि। मुख्यमंत्री स भेंट करबा लेल गेल प्रतिनिधिमंडल में भवेश नंदनक अलावा अमिताभ भूषण (सचिव), कमलेश किशोर (उपाध्यक्ष), आमिर खुसरू, कुंदन झा समेत करीब दर्जन भरि सदस्य गेल छलाह। उम्मीद कैल जाए जे दिल्लीक अकबर रोड पर जल्द दरभंगा लेनक नामपटटी एक बेर फेर देखबा लेल भेटत। ज्ञात हुए जे कामनवेल्थ गेम लेल सौंदर्यीकरणक नाम पर अकबर रोड स्थित कांग्रेस मुख्यालय क सामने स दरभंगा लेन क नामपटटी हटा देल गेल छल। जाहि दिस सबस पहिने इसमाद क ध्यान गेल छल आ तहिया स विभिन्न संगठन एकर विरोध क रहल अछि।
Mithilak lok sabh ke ehina jagruk rahab avasyak.
दिल्लीमे तँ हम मैथिल अपन हक पाबि जाइत छी मुदा बिहार गीतमे मिथिलाक जे उपेक्षा कयल गेल छल ओहि विषय पर माननीय मुख्यमंत्री की कएलन्हि से समाचार अखनि धरि बुझि पाओल कि हमरा लोकनिकें सुशासन बाबु ठकि लेलन्हि कि अधिकार देलन्हि।
दिल्लीमे तँ हम मैथिल अपन हक पाबि जाइत छी मुदा बिहार गीतमे मिथिलाक जे उपेक्षा कयल गेल छल ओहि विषय पर माननीय मुख्यमंत्री की कएलन्हि से समाचार अखनि धरि बुझि नहि पाओल कि हमरा लोकनिकें सुशासन बाबु ठकि लेलन्हि कि अधिकार देलन्हि।