पटना। हाईकोर्ट बिहार क सरकारी खज़ाना स 11,412 करोड़ क निकासी संबंध मे कथित वित्तीय गड़बड़ी क सीबीआई जांच क आदेश देलक अछि। बिहार क महालेखाकार अपन रिपोर्ट मे कहलक अछि जे सरकारी खज़ाना स निकालल गेल एहि राशि क खर्च क ज़रुरी विवरण नहि हेबा स पैघ वित्तीय अनियमितता क संदेह होइत अछि। एहि रिपोर्ट क आधार पर दायर एकटा जनहित याचिका पर दू दिन चलल सुनवाई क बाद हाईकोर्ट क एकटा खंडपीठ एहि मामला कए केंद्रीय जांच ब्यूरो यानी सीबीआई कए सौंपबाक आदेश देलक अछि। याचिकाकर्ता एहि गड़बड़ी क लेल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी सहित 13 मंत्री आ मुख्यसचिव सहित कई अधिकारी कए मिलाकए कुल 47 गोटे क खि़लाफ़ आपराधिक मामला दर्ज करिकए हुनका पर मुक़दमा चलेबाक अनुरोध केने छल।
वकील अरविंद कुमार शर्मा क जनहित याचिका क अनुसार महालेखाकार अपन रिपोर्ट मे कहलथि अछि जे वर्ष 2002 स 2008 क बीच सरकारी खज़ाना स विभिन्न सरकारी योजना पर खर्च लेल निकालल गेल 11,412 करोड़ क राशि क कोनो विवरण उपलब्ध नहि अछि। ज़ाहिर अछि इ गड़बड़ी नीतीश कुमार क सत्ता मे एबा स पहिने स शुरु अछि। नीतीश सरकार 2005 मे सत्ता मे आईल छल। दरअसल इ मामला सरकारी खज़ाना स निकालल गेल आकस्मिक राशि आ ओकर खर्च क विवरण स जुड़ल अछि।
नियमानुसार जखन सरकार खज़ाना स कोनो योजना लेल राशि निकालल जाइत अछि त एकटा विवरण देल जाइत अछि जेकरा अग्रिम आकस्मिक विपत्र यानि एसी बिल कहल जाइत अछि। जखन इ राशि खर्च करि लेल जाइत अछि तखन संबंधित अधिकारी दिस स एकटा पूरा विवरण जमा कराउल जाइत अछि जेकरा विस्तृत आकस्मिक विपत्र यानि डीसी बिल कहल जाइत अछि।
जानकार क कहब अछि जे डीसी बिल स प्रमाणित होइत अछि जे राशि सही मद मे खर्च कैल गेल अछि बा नहि। इ बिल छोट प्रशासनिक अधिकारी स होइत मुख्य सचिव आ मंत्री सहित मुख्यमंत्री तक फ़ाइल क ज़रिए पहुंचैत अछि।
Niteesh doing great job in Bihar i also appreciate his work, Virodhi Neta jo hai woh frastation nikal rahe hia Nitesh ke khilaf Sajish rach rahe hai aur kuch nahi sab bakqaas hai ye…keep it up nitish ji.
Ye sab virodhi parti chal he. Nitish doing good job bihar.