पटना। नागर विमानन मंत्रालय बहुत दिन स राज्य सरकार कए पटना हवाईअडडा लेल नव जमीन मांगी रहल अछि। एहि विषय मे राज्य सरकार केंद्र कए एकटा प्रस्ताव पठेलक अछि, अगर एहि प्रस्ताव पर मुहर लागि गेल त स्थानीय जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा क स्थानांतरण नालंदा जिला क सिलाव मे भ जाएत। राज्य सरकार नागर विमानन मंत्रालय स पटना एयरपोर्ट कए सिलाव ल जेबा पर विचार करबाक आग्रह केलक अछि। पटना स सिलाव क दूरी करीब 80 किलोमीटर अछि। अगर सिलाव मे अंतरराष्ट्रीय स्तर क एयरपोर्ट बनैत अछि त राजधानी क बीचोबीच स्थित एयरपोर्ट बंद भ जाएत। हालांकि अंतिम फैसला नागर विमानन मंत्रालय कए करबाक अछि। राज्य सरकार प्रथम चरण मे एक हजार एकड़ आ दोसर चरण मे दू सौ एकड़ भूमि उपलब्ध करेबाक प्रस्ताव देलक अछि। स्थानीय एयरपोर्ट क स्थानांतरण क मुद्दा वर्ष 2000 मे पटना क गर्दनीबाग मे विमान दुर्घटना क बाद स उठि रहल अछि। ओना त एयरपोर्ट क स्थानांतरण करबा लेल कईटा स्थान पर स्थल क चयन कैल गेल। जाहि मे बिहटा प्रमुख छल, मुदा नालंदा मे विश्वविद्यालय आ जमीनक उपलब्धता कए देखैत एहि ठाम क प्रस्ताव केंद्र कए पठाउल गेल अछि। अंतिम फैसला आब केंद्र क हाथ में अछि। गौरतलब अछि जे स्थानीय एयरपोर्ट कए सिलाव गेला स पटनाक विस्तार नालंदा दिस तेजी स होएत आ राजगीर, गया कए सेहो एकरा स फायदा पहुंचत।
यानी दरभंगा आ मधुबनी के कोनो व्यक्ति के दिल्ली या बंबई सं हवाई जहाज स घर आवय के भेलैक त ओकरा 300 किलोमीटर करीब बस या टैक्सी में यात्रा करय पड़तै? नीतीश कुमार आब पूर्ण रुप सं लगैत अछि जे अपन क्षेत्रीय चेहरा सामने लाबि रहल छथि। की ओ महज नालंदा या बाढ़ के मुख्यमंत्री छथि। अगर हवाई अड्डा के स्थानांत्तरिते करैके छलैन्ह त हाजीपुर या ओहिके आसपास के इलाका के सर्वेक्षण उचित छल..जाहि सॆ उत्तर बिहार के लो के के सेहो आसानी होईतैक।
सुशांतजी एकदम सही कहि रहल छथि ।
जँ पटना मे जगह केर अभाव छन्हि तऽ नितीशजी हाजीपुर या बिहटा केर सर्वेक्षण कियैक ने करबैत छथि ???