पटना । अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण विभाग आ मानव संसाधन विभाग क साझेदारी स संचालित ‘उत्थान केंद्रÓ क पहल बेहतर नतीजा तक पहुंचल अछि। एहि केन्द्र मे महादलित क बच्चा ‘क, ख, गÓ सीख रहल अछि। जिम्मेदारी टोला सेवक पर अछि। योजना मे एकटा कठिनाई इ अछि जे गाम मे पढ़ौनिहार भेटि नहि रहल अछि। ओना सरकार गाम क बंदिश खत्म करि देलक अछि आब पास-पड़ोस क गामक महादलित कए सेहो बतौर टोला सेवक नियुक्त करबा छूट द देल गेल अछि। जानकारी क मुताबिक एखन धरि सात हजार टोला (पैघ गाम क एकटा हिस्सा) मे एहन सेवक क नियुक्ति भ चुकल अछि। बहाली सर्व शिक्षा अभियान क तहत जारी अछि। विभागीय मंत्री जीतन राम मांझी क अनुसार ‘उत्थान केंद्रÓ क पहल रंग लाबि रहल अछि। बहाली मे महिला कए प्राथमिकता देल गेल अछि एकरो सकारात्मक प्रभाव सामने आयल अछि। महादलित बस्ती क स्कूल मे नामांकन दर मे भेल अप्रत्याशित वृद्धि क आंकड़ा मानव संसाधन विभाग कए मदद स जुटाउल जा रहल अछि। मांझी कहलथि जे बांतर, बाउरी, भुइंया, घासी सन अनेक महादलित जाति मे साक्षरता दर काफी कम अछि। एहन मेे उत्थान केंद्र क माध्यम स साक्षरता क रेस मे पिछड़ल इ जाति सब मुख्यधारा मे जुडि़ रहल अछि।
महादलित क साक्षरता दर
बांतर : 18.6
मुसहर : 9.0
डोम : 16.2
चोपाल : 22.6
भूइंया : 13.3
धोबी : 43.9
दूसाध : 33.0
पासी: 40.6
(आंकड़ा प्रतिशत मे, 2001 क गणना क अनुसार)