सुनील कुमार झा
नई दिल्ली। टैगोर इन मैथिली थियेटर शुरू भ गेल। एकर पहिल दिन छल, मुक्तधारा ऑडिटोरियम मे शुरू भेल एहि कर्यक्रमक शुरुआत मैलोरंग क संस्थापक आ चर्चित निर्देशक प्रकाश झाक वक्तव्य स भेल जाहि मे ओ मैथिली नाटक आ मैथिली रंगकर्मक भविष्य पर अपन व्यक्तव देलैथि। आ फेर शुरू भेल कर्यक्रम; एहि महोत्सवक शुरुआत दीप प्रज्वलित केलैथि देवशंकर नवीन आ मैथिली क ढेर रास वरिष्ट लोकेन। दीप प्रज्वलन क बाद शुरू भेल रविन्द्र नाथ ठाकुर द्वारा लिखित, सुरेन्द्र झा सुमन द्वारा अनुवादित आ मिथिलंगनक क अध्यक्ष आ निर्देशक संजय चौधरी द्वारा निर्देशित नाटक ” डाकघर”
मंच पर सों जखन पर्दा उठल त “कखन हरब दुःख मोर हे भोलानाथ” क गीत पूरा ऑडिटोरियम मे एकटा मधुर आ दारुण स्वर लहरी घोलि देलक। सुन्दरम क संगीत आ श्रधा साहा क स्वर वातावरण मे एहन मधुर रस घोलि देलक समस्त दर्शक श्रोता बनि बैसल आ ओ मधुर रसलहरी मे डूबी गेल। रोग-ग्रस्त बच्चाक मधुर स्वप्न क चरित्र चित्रण अछि ई नाटक, टैगोर जीक महानतम कृति मे स एक एहि नाटक संगे अमल कए रूप मे निखिल विनय जी एकदम नीक न्याय केलैथि अछि। हुनकर अभिनय कमाल क छल, जबरदस्त संवाद आ जोशीला आवाज श्रोता का कुर्सी पर बैसेने राखलक, ओ बीच-बीच मे किछु पांति गरबरायल मुदा ओ अपना जोशीला आवाज मे दबि क रहि गेल। एकदम नीक अभिनय आ नीक प्रस्तुति अपन भूमिका संग ओ नीक न्याय केलैथि। मुदा मिथिलांगनक वरिष्ट रंगकर्मी मुकेश दत्त क अभिनय पर सवाल उठि गेल, अभ्यास क कमी कही या कोनो आर कारण हुनकर संवाद मे हकलाहट आ धरफरी बुझा रहल छल, एहन जेना कोनो हरबरी मे होए, बीच-बीच मे सम्हरेय क कोशिश कैलैन मुदा संवाद मे किछु कठिन शब्द जेना चमत्कृत आदि बजबा मे हुनका परेशानी बुझायल। मिथिलांगन कए एहि पर ध्यान देबाक चाही। मुदा एहि नाटक क सबस खास गप ई छल जे एहि मे दू गोटे मुकेश दत्त आ संजय चौधरी क छोडि कए सबटा बाल कलाकार छलाह। एतेक रास मैथिल बच्चाक ल कए पहिल बेर कोनो नाटकक मंचन देखलों जाहि मे मुख्य कलाकार स ल कए पाश्व तक मे बच्चे शामिल रहए। फूलवाली क बेटी बनल सुधा सेहो संवाद अदायगी मे अपन किरदार संग उचित न्याय केलैथि संगेहि अंजलि, अखिल विनय, संजीव बिट्टू, आ रोहित कुमार क अभिनय कमाल क छल।
कुल मिला कए कहल जाए जे मिथिलांगन क ई प्रस्तुति बहुत नीक रहल आ बच्चा सबहक अभिनय सेहो गजब, मिथिलांगन क एहि बच्चा सबकए आर प्रोत्साहित करबाक चाही, आ अपन वरिष्ट कलाकार पर ध्यान देबाक जरुरत सेहो अछि। मिथिलांगन क बहुत बहुत बधाई संगे आयोजक मैलोरंग कए सेहो बधाई।
Humro dis sa badhaai.