पटना। प्रदेश क पहिल पैघ बायोमास (गोबर गैस) प्लांट छपरा क पुरान गुरहटी मे लागत। एहि स सिलेंडर मे गैस भरल जाइत। नवीन आ नवीकरण ऊर्जा मंत्रालय 400 घन मीटर क्षमता वाला प्लांट क स्वीकृति द देलक अछि। संगे देश क अन्य राज्य मे सेहो आठ टा पैघ प्लांट क मंजूरी भेटल अछि। प्लांट कए चलेबा लेल प्रतिदिन दस हजार किलोग्राम पशु क गोबर क आवश्यकता पड़त। इ प्लांट कमला बायोगैस इंटरप्राइजेज क नाम स आवंटित भेल अछि।
छपरा मे लगै वाला पैघ बायोमास प्लांट क लेल पचास फीसदी लागत खर्च अनुदान क रूप मे भेटत। 400 घन मीटर क प्लांट पर 70 लाख टका खर्च होइत। 35 लाख टका केन्द्र सरकार अनुदान देत। एकरा अलावा चंडीगढ़, हरियाणा आ कर्नाटक मे एक-एक हजार घन मीटर, पंजाब मे 600 आ 200 घन मीटर, महाराष्ट्र मे 500 घन मीटर आ गुजरात मे एकए ठाम 600 आ 400 घन मीटर क प्लांट निर्माण क मंजूरी नवीन आ नवीकरण ऊर्जा मंत्रालय द्वारा देल गेल अछि। बायोगैस क पैघ प्लांट स सिलेंडर मे गैस भरबाक समेत फर्टिलाइजर क उत्पादन करबाक आ पाइप लाइन स घर-घर गैस सप्लाई क सुविधा होइत। एतबे नहि नवीन आ नवीकरण ऊर्जा मंत्रालय क गोबर स बिजली उत्पादन करबाक सेहो एकटा योजना आइल अछि। अखनि तक बिहार क लोक इ योजना क लाभ नहि उठा सकल अछि। एहि मे लागत खर्च क 40 फीसदी राशि अनुदान क रूप मे भेटत। एहि मे तीन किलोवाट स 20 किलोवाट आ 20 किलोवाट स 100 किलोवाट बिजली उत्पादन क प्लांट लगेबा पर प्रति किलोवाट 40 हजार टका अनुदान भेटत। 100 स 250 किलोवाट पर 30 हजार टका प्रति किलोवाट क हिसाब स अनुदान भेटत, जे लागत खर्च क 40 फीसदी होइत। मालूम हुए जे गांव-गांव लगै वाला गोबर गैस प्लांट क क्षमता महज 2 स 3 घन मीटर होइत अछि। बिहार रिन्युएबुल इनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (ब्रेडा) क निदेशक जीवन कुमार सिन्हा कहलथि जे बायोगैस क पैघ प्लांट प्रदेश क सब टा हिस्सा मे लगबाक जरूरत अछि। एकरा लेल प्रोजेक्ट बना कए ब्रेडा कार्यालय मे जमा करै पड़तह। तखन मंजूरी लेल ओकरा नवीन आ नवीकरण ऊर्जा मंत्रालय मे पठाउल जाइत।