पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहला अछि जे बिहारक विकास कोनो बाहरी लोक क भरोसे नहि भ सकैत अछि। अगर बिहारक जनता राज्य कए बीमारू राज्य स बाहर निकाली सकैत अछि त बिहार कए विकसित बनेबा लेल सेहो सक्षम अछि। राज्य क विकास लेल स्थानीय उद्यमी कए आगू एबा लेल न्योत दैत नीतीश कहला जे राज्य क उद्यमी दिस स एहि ठाम भ रहल निवेश राज्य क सूरत बदलि रहल अछि आ राज्य कए आगू बढा रहल अछि। मुख्यमंत्री पटना मे बिज़नेस स्टैंडर्ड क समृद्धि कार्यक्रम मे मुख्य अतिथि क रूप मे बाजि रहल छलाह। नीतीश कुमार कहला- राज्य मे टका सबस पहिने एहि ठामक लोक कए लगबए पडत। विकसित बिहार लेल बिहारी कए सामने आबै पडत कियो आओर नहि आउत, विकासक चाबी राज्यक जनता आ उद्यमी लग अछि। जखन धरि राज्यक लोक टका नहि लगाउत, तखन धरि बाहरि लोक सेहो टका लगेबा स भगैत रहत। शुरुआती निवेश बिहार क अपन उद्यमी कए करबाक अछि। अहींक कोशिश स प्रभावित भ कए बाहरी लोक सेहो बिहार दिस आकर्षित हेताह।
नीतीश कहला, आइ बिहार क विकास क चर्चा चारू दिस अछि। हम एकर श्रेय नहि ल सकैत छी। हम त बस एकरा लेल वातावरण बनेबा मे जे भ सकल केलहुं। असल काज त जनता क अछि, जे एकटा एहन सरकार चुनलक जे ओकर अनुरूप काज कए रहल अछि। दरअसल, इ वोट जनता हमरा काज करबा लेल देलक अछि आ हम ओकर उम्मीद पर खरा उतरबाक कोशिश बस करि रहल छी।
ओ राज्य क विकास क लेल बुनियादी ढांचा पर सेहो जोर देलथि। मुख्यमंत्री कहला- सबस पहिने त हमरा बुनियादी चीज कए गढबाक अछि। सड़क क निर्माण स ल कए बच्चा स्कूल जा पाउत आ बीमार अस्पताल। हमर लक्ष्य समाज क हाशिया पर ठार लोक तक विकास कए ल जेबाक अछि।
नीतीश कहला- एकरा लेल हम सबस पहिने बु्नियादी चीज पर जोर देलहुं। हम लोक क मन स डर क भाव खत्म केलहुं। बिहार मे टकाक कमी नहि छल। कारोबार सेहो छल आ लोकक आमदनी सेहो ठीक ठाक छल। संगहि उत्पादन सेहो होइत छल। हालांकि, सुरक्षा क कमी क वजह स लोक निवेश करबा स बचैत छल। जान जोखिम मे पडबाक डर स कारोबारी तेजी स राज्य स पलायन करि रहल छल। हम लोक कए सुरक्षा देबाक भरोस द रहल अछि। हुनका आजादी द रहल अछि जे ओ अपन सुविधा स निवेश करि सकथि। माहौल बदलल आओर आइ बहुत लोक वापस राज्य क दिस रुख करि रहल अछि। ओ ओहि बाट क तलाश करि रहल छथि, जेकर माध्यम स ओ राज्य मे निवेश करि सकथि।
नीतीश कहा- एकर बाद हम सड़क पर अपन ध्यान केंद्रित केलहुं। कोनो देश या राज्य क विकास मे सड़क क योगदान काफी होइत अछि। यातायात क सुविधा विकसित हेबाक चाही। एकर फायदा समाज क आखिरी शख्स तक कए भेटैत छैक। आइ बिहार क सड़क ठीक भ रहल अछि। राष्ट्रीय राजमार्ग क हालत कए सुधारबा लेल हम अपन खजाना स 1,000 करोड़ स बेसी खर्च केलहुं अछि ताकि ओकरा चलबा लायक बनाउल जा सकए। हम आब मुख्यमंत्री साइकिल योजना क लेल सेहो बच्चा कए 2,500 टका द रहल छह, जखकि पहिने इ रकम केवल 2,000 छल।