लुधियाना। बिहारी मजदूर पर लुधियाना मे भेल हमला क बाद करीब दू लाख मजदूर लुधियाना कए अंतिम प्रणाम कहि बिहार लौट चुकला अछि। कमोवेश एतबे मजदूर लौटबाक मन बना चुकल छथि। मजदूर क एहि कदम स लुधियाना मे मजदूर क टोटा भ चुकल अछि। करीब आठ लाख बिहारी मजदूर लुधियाना मे कार्यरत छलाह, जाहि मे स आधा या त लौट गेलाह या लौटबाक प्रक्रिया मे छथि। बदलल परिस्थिति मे जतए पैघ कारखाना मजदूरक मेहनताना मे बीस फीसदी तक बढ़ोतरी करि देलक अछि, ओतहि छोट-मोट उद्योग मजदूरक कमी क कारण बंद भ रहल अछि। मजदूर कए रोकबा लेल पैघ उद्योगपति एड़ी-चोटी एक केने छथि। विभिन्न प्रकार क प्रलोभन आ सुरक्षा क गारंटी देबा लेल नव-नव घोषणा करि रहल छथि, जाहि मे बैंक स वेतन क भुगतान आ कारखाना परिसर मे मकान क आवंटन प्रमुख अछि। एहि दिस मे पहल करैत लुधियाना क चारि टा पैघ कंपनी कारखाना परिसर मे मजदूर लेल मकान क निर्माण शुरू करि देलक अछि। तथापि मजदूर सहमल छथि आ ट्रेन मे अपन आरक्षण बाट ताकि रहल छथि। मजदूर क कहब अछि जे लुधियाना क उद्यमी इ सब बिहारी मजदूर पर प्रेम उमड़बाक कारण नहि करि रहल अछि। हुनका त अपन खसैत उत्पादन क चिंता अछि। फैक्ट्री बंद हेबाक भय अछि। समय पर निर्यात ऑर्डर पूरा नहि करबा पर आगू स ऑर्डर नहि भेटबाक आशंका अछि। किया कि पिछला एक मास स खौफ क साया मे रहि रहल बिहारी मजदूर रोजाना हजार क संख्या मे लुधियाना स पलायन करि रहल अछि। एखनि धरि 25 फीसदी श्रमिक लुधियाना स जा चुकल छथि आ हुनकर जेबाक सिलसिला जारी अछि। पिछला 15 तारीख कए फैक्ट्री स दरमाहा भेटलाक क बाद मजदूर क पलायन तेज भ गेल अछि। ओना कुहासा क कारण कई टा टे्रन रद्द भेला स गति किछु धीमा भेल अछि। ओना लुधियाना स बिहार जाइ वाला कोनो ट्रेन मे भरि जनवरी कोनो जगह नहि अछि। कुल 45 लाख क आबादी वाला लुधियाना मे एक तिहाई लोक बिहार आ उत्तर प्रदेश क छथि। बिहारी श्रमिक क पलायन रोकबा लेल लुधियाना क उद्यमी पुरजोर कोशिश करि रहल छथि। इंजीनियरिंग पाट्र्स निर्यात प्रोत्साहन परिषद क पदाधिकारी एचपी रल्हन कहैत छथि जे एहि ठाम काज करनिहार श्रमिक भीतर स भयभीत भ चुकल छथि। हुनकर विश्वास उठ चुकल अछि। हम उद्यमी पुलिस प्रशासन पर लगातार हुनकर विश्वास कए वापस अनबा लेल दबाव बना रहल छी। एहि मजदूर क पलायन क लेल पूर्ण रूप स कमजोर कानून-व्यवस्था जिम्मेदार अछि।