बिहार मे बिजली संकट चरम पर अछि, इ संकट दरभंगा सन शहर मे बेसी देखार भ रहल अछि, दरभंगा मे बिजली घर 1939 मे लागल छल आ 1975 धरि इ शहर अपन बिजली घर स उत्पादित बिजली स रोशन छल, शहर के करीब 35 साल तक रोशन करबा मे अहम भमिका रहल दरभंगाक बेरौलिया परिवारक जेकर कंपनी दरभंगा लहेरियासराय पावर कारपोरेशन अधिग्रहण स पूर्व तक नफा मे चली रहल छल, बिहार मे बिजली संकटक बीच इतिहासक किछु पन्ना स गरदा हटेबा लेल इसमाद बेरौलिया परिवारक सदस्य विजय बरौलिया स गप केलक अछि, प्रस्तुत अछि वर्तमान संकटक कारण आ निराकरणक लेल कुमार प्रकाश आ विजय श्रीवास्तव स भेल विजय बेरौलिया क लंबा चर्चाक प्रमुख अंश- समदिया
प्र: वर्तमान दरभंगा अन्हार अछि, जखन किआजादी स पूर्व एहिशहर में अहां सब 24 घंटा बिजली देबाक काज केने रही, आखिर अन्हार कोना भेल दरभंगा
बेरौलिया- देखू, पहिल गप त इ जे दरभंगा अन्हार भेल नहि, कैल गेल अछि, केंद्र सरकारक गलत नीतिक एहि स पैघ उदाहरण नहि भेटत, राष्टीयकरणक नाम पर छोट छोट बिजली घर कए अधिग्रहण कैल गेल जे पूर्णत असफल रहल, दरभंगा मे दूटा पावर हाउस छल, एकटा राज दरभंगा क छल आ दोसर हमर सबहक, दूनू मिलिकए दरभंगा मे जरूरतक हिसाब स बिजली आपूर्ति करैत छल, आइ दरभंगा मे तीन मेगावाट बिजली भेट रहल अछि, जखन कि जरूरत करीब 20 मेगावाटक अछि, जहिया धरि हमर कंपनी छल दरभंगाक जरूरत तीन-चारि मेगावाट छल आ हम सब ओतबा उत्पादक करि लैत छलहुं, सच कहू त आइ ओतबो बिजली दरभंगा कए नहि भेट रहल अछि जेतबा 1975 मे एहि ठाम पैदा होइत छल
प्र: राज दरभंगा क संग अहां सबहक संबंध केहन रहल
बेरौलिया- राज दरभंगा संग हमर सबहक संबंध कमोवेश नीक रहल, जाबत धरि महाराज रहलाह ताबत धरि त कोनो गप नहि, ओ भविष्य देखनिहार छलाह,
प्र: राज दरभंगा स समझौता कोना भेल
बेरौलिया- दरअसल इ समझौता दूनूक जरूरत छल, हमर दादा 1940 मे दरभंगा क्लब क एकटा बैठक मे अपन दू टा मित्रक समक्ष बिजली घर लगेबाक प्रसताव रखलाह, तीनू गोटे बिजली घर लगेलाह त मुदा दू टा मित्र किछु साल बाद एहि स अलग भ गेलाह आ हमर दादा असगर इ कंपनी चलेबा लेल तैयार भ गेलाह मुदा हुनका लग एकर विस्तार लेल ओतबा टका नहि छल, दोसर दिस हमर कंपनी स पहिने महाराज अपन बिजली घर लगेने छलाह जे हमर बिजली घर स काफी पैघ छल, मुदा हमर सबहक प्रबंध देखि ओ अपन बिजली घरक प्रबंधन हमरा सब कए देबा लेल एकटा प्रसताव रखलाह, जाहिक तहत दूनू बिजली घर एकटा कंपनीक भीतर आबि गेल, जाहि मे महाराजक पैघ शेयर राखल गेल मुदा प्रबंधन हमर सबहक हाथ मे रहल,एहि तरहें महाराज कए नीक प्रबंधन आ हमरा सब कए नीक पूंजी भेट गेल
प्र: दूनू संयंत्र केना काज करैत छल
बेरौलिया- राज पावर हाउस कोल स चलैत छल, जखन कि हमर सबहक पावर हाउस लाइट डीजल स चलैत छल, दूनू जगहक मशीन लंदन स आनल गेल छल आ काफी नीक जेकां शहर मे आपूर्ति कैल जाइत छल, राज दरभंगा अपन सबटा कर्मचारी कए बिजली मुफत मे दैत छल आ अनका लेल सेहो बिजली दर काफी कम छल, एकर बावजूद कंपनी कहियो घाटा मे नहि गेल
प्र: अहां अपन संयंत्रक विस्तार किया नहिकए रहल छलहुं
बेरौलिया- 1970 क बाद शहर मे बिजलीक मांग बढबाक संभावना जगल त हम सब संयंत्र कए बढेबाक प्रयास शुरू कैल, मुदा ओहि समय मे वाम पंथी विचारधारा देश क नीति पर प्रभावि भ रहल छल आ केंद्र क नीति एहन छोट छोट बिजली घरक विस्तारक खिलाफ छल, हमरा सब कए साफ कहल गेल जे अपन संयंत्रक विस्तार नहि करू आ शहर मे जे मांग क आपूर्ति अहां नहि करि पायब ओतबा बिजली बिहार राज्य बिजली बोर्ड स खरीद लेल जाए, एकर बाद हम सब बरौनी स बिजली कीनबा लेल मजबूर भ गेलहुं छल
प्र: जहिया इ अधिग्रहण भेल ओहि दिन शहरक जरूरत केतबा छल आ अहांक उत्पादन केतबा छल
बेरौलिया- ओहि रातिक गप नहि पूछू, हमर घर मे खेनाइ नहि बनल छल, शहर मे एहि अधिग्रहणक विरोध मे हंगामा भ रहल छल, दरभंगाक लोक सडक पर उतरि चुकल छल, आगजनी भ रहल छल, मुदा देश मे आपातकाल लागल छल आ कियो किछु नहि कए पाबि रहल छल, जाहि राति हमर सबहक कंपनीक अधिग्रहण भेल तहिया दरभंगा शहरक मांग चारि मेगावाट छल आ हमसब चारि मेगावाट बिजली पैदा केने रही, विशेष आयोजनक दिन मांग पांच धरि पहुंच जाइत छल त हम सब बरौनी स बिजली कीनैत छलहुं
प्र: केवल अहिंक कंपनीक अधिग्रहण भेल या आओर कंपनीक संग छल
बेरौलिया- हमरा जहां तक बुझल अछि हमर कंपनीक संग संग कुल नौ गोट एहन कंपनीक अधिग्रहण भेल छल जे बिहारक कईटा शहर कए जरूरतक अनुसार बिजली द रहल छल, एहि मे पटनाक पेस्को सेहो शामिल छल, जाहि मे राज दरभंगाक सेहो पैघ शेयर छल
प्र: मुआवजा कए ल कए राज दरभंगा स अहां सबहक मतभेद किया भेल
बेरौलिया- देखू हमर सबहक इ धंधा छल, एहि स जीवन चलैत छल, राता राति सब किछु चल गेल, महाराज पहिने चल गेल छलाह, महाराजक निधनक बाद राज दरभंगाक कर्ताधर्ता केहन भ गेलाह इ ककरो स नुकायल नहि, एहन मे राज दरभंगाक शेयर कंपनी मे बेसी छल, परंच ओ मुआवजा लेल हमर सबहक सग नहि देलक, ओकरा टकाक जरूरत नहि छल मुदा हम सब एक प्रकार स सडक पर आबि गेल रही, इ त हमर पिताक आत्मबल छल जे दरभंगा मे टिकल रही गेलहुं, कंपनी अधिग्रहणक बाद हमर पिता टांसफारमर मरम्मत क काज मंगवा लेल सरकार स निवेदन केलाह, मुदा सरकार एहि काज लेल सहो अनुमति नहि देलक, हम सब आखिरकार बिजली क्षेत्र कए अंतिम प्रणाम कहबा लेल मजबूर भ गेलहुं
प्र: आखिर दरभंगा बरौलिया परिवार कए कोना बिसरी गेल
बेरौलिया- जे ओ दिन देखने अछि ओकरा हम सब आइ सेहो मन पडैत छियेक, जहां धरि हमर सबहक सवाल अछि त हम सब धंधा केनिहार लोक छी, जाबत धरि धंधा ठीक स नहि जमि जाइत अछि चैन कहां जे दोसर दिस देख सकी, पिछला 30 साल स हम सब अपना कए स्थापित करबा मे लागल छी, कईटा भाई त दरभंगा की बिहार छोडि देलाह, एकटा भाई गोरखपुर मे साइकिल क रीम क कारखाना चला रहल छथि, हमरा पर सेहो दबाव छल, मुदा हमरा एहि शहर स एहन लगाव अछि जे दोसर ठाम नहि जायब,एहि ठाम लेल किछु सोचि रहल छी,
प्र: छोट बिजली संयंत्र एखनो आत्मर्निभर हेबाक कुंजी अछिबा नहि
बेरौलिया- छोट बिजली घर एखनो प्रासंगिक अछि, मुदा सवाल अछि जे एहि क्षेत्र मे कोनो काज एक दू साल मे सामने नहि अबैत अछि, एहि लेल कम स कम पांच साल चाही, फेर सवाल इ अछि जे एहन जेना सरकार बिजली पर काज कए रहल अछि ओहि स लगैत अछि जे अगिला पांच साल मे बिहार मे जरूरत स बेसी बिजली भ जाएत, एहन मे नव आ छोट बिजली घर स उत्पादित बिजलीक खरीदक गारंटी के लेत
प्र: बिजली क्षेत्र में लौटबाक कोनो योजना
बेरौलिया- आब ओहि जोकर रहलहुं कहां, सरकार हमर बिजली घर त ल लेलक मुदा ठीक स मुआवजा नहि देलक जाहि स हम सब आर्थिक रूप स एहन कमजोर भ गेलहुं जे आइ एहि क्षेत्र मे एबा लेल सामर्थ नहि बचल अछि, दोसर इ जे पिताक निधनक बाद बिजली क्षेत्र मे आब हमर सबहक कोनो अनुभव नहि अछि, हां, हम सब आन क्षेत्र मे कारखाना लगेबा लेल प्रयास कए रहल छी जाहि स दरभंगा मे रोजगार क अवसर पैदा हुए आ इंटरप्रेयर जे एहि ठाम खत्म भ गेल अछि ओ एक बेर फेर स पैदा भ सकए
प्र: दरभंगा में कोन तरहक कारखाना लगेबाक विचार कए रहल छी
बेरौलिया- एखन हम सब एकटा फूड प्रोसेसिंग आ प्लास्टिक उत्पाद क लेल गंभरता स विचार कए रहल छी, सरकार एहि क्षेत्र मे मददगार भ रहल अछि, माहौल आ अवसर कए देखैत एहि दिस योजना आगू बढि रहल अछि
प्र: एहियोजना कए जमीन पर एबा मे कतबा दिन लागत
बेरौलिया- हम सब तैयार छी, बस सरकारक नवका नीतिक बाट ताकि रहल छी, ओ जहिना आउत हम सब अपन काज शुरू कए देब
प्र: इसमाद स गप करबा लेल धन्यवाद
बेरौलिया- अहूं कए धन्यवाद, विकास लेल एहन चर्चा पहिल बेर केलहुं अछि
हम हिनक बात सँ शब्दशः सहमति छी ।
ye bat sahi hai ki, bihar ko andhera kiya gaya hai….