मोतिहारी । मोतिहारी क एकटा अंडर-ग्रजुएट छात्र कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग पर किताब लिखकए दुनिया क इतिहास मे उपलब्धि क एकटा नव अध्याय जोडि देलथि अछि। पटना विवि क एहि बीसीए छात्र क लिखल किताब पटना विश्वविद्यालय क बीसीए आ एमसीए क पाठ्यक्रम मे शामिल करि लेल गेल अछि। प्रोग्रामिंग क इतिहास मे एखन धरि अंकित फाडिया क नाम दर्ज छल, जे पोस्ट ग्रेजुएट क पढ़ाई करैत किताब लिखने छलाह। अंकुर हुनका स एक डेग आगू बढि गेलाह अछि। तीन मई कए बिहार क दौरे पर आबि रहल पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम सेहो अंकुर स भेंट करताह। मोतिहारी क चांदमारी चाणक्यपुरी मोहल्ला निवासी डॉ. (प्रो.) राधाकांत तिवारी आ रीता तिवारी क 21 वर्षीय पुत्र अंकुर पटना कॉलेज मे बीसीए तृतीय वर्ष क छात्र छथि। हुनकर लिखल किताब पटना विश्वविद्यालय क बीसीए आ एमसीए क पाठ्यक्रम मे सेहो शामिल करि लेल गेल अछि। आओर त आओर हुनकर बुक ऑन प्रोग्रामिंग आइआइटी आ एनआइटी क फर्स्ट सेमेस्टर क कोर्स मे सेहो शामिल कैल गेल अछि। अंकुर कहैत छथि जे जखन ओ बिहार इंटरमीडिएट शिक्षा परिषद स आइएससी क परीक्षा उत्तीर्ण केलथि त हुनका कंप्यूटर पढ़बा मे बहुत परेशानी भेल। कोनो एहन किताब उपलब्ध नहि छल जे जाहि स हम बेहतर ज्ञान अर्जित करि सकी। एहि क्रम मे ओ छात्र क मदद लेल सरल पुस्तक लिखबाक संकल्प लेलथि। 20 साल स कम उम्र मे ओ पुस्तक लिखनाइ शुरू केलथि आओर तीन मास क कठिन साधना क बदौलत पुस्तक लिखनाइ संपन्न भेल। 15 मार्च 2011 कए एकर लोकार्पण पटना विश्वविद्यालय मे कुलपति क हाथ स भेल । अंकुर क अनुसार एहि किताब मे प्रोग्रामिंग कए सरल तरीका स बुझाउल गेल अछि। करीब 15 वर्ष क उम्र मे ट्रांसमीटर क तकनीक इजाद करनिहार अंकुर क सपना सब जरूरतमंद कए नि:शुल्क कम्प्यूटर सिखेबाक अछि। एकरा लेल ओ एकटा वेबसाइट सेहो खोललथि अछि। ओहि पर पांच सौ स बेसी पुस्तक उपलब्ध अछि।