पटना। देश भर मे 26 मार्च के अर्थ ऑवर मनाएल जा रहल अछि. अर्थ ऑवर पर सभ लोक शनिदिन राति के साढ़े आठ बजे सं साढ़े नौ बजे तक बिजली नहि जलाएताह. स्विच ऑफ रखताह.
मुदा बिहार मे कोन अर्थ ऑवर? बिहार मे त लाइन ओहिना नहि रहैत अछि. आओर आई-काल्हि तं एहन बिजली संकट अछि जे पिछला तीन दिन सं बल्व टिमटिमैबो नहि करल अछि.
बिहार के जतेक चमकय के छल ओ बिहार उत्सव पर तीन दिन 22 मार्च सं 24 मार्च धरि पटना मे चमकि गेल. सभ रोड… पार्क… बिल्डिंग… रंगशाला तीन दिन चमकैत रहल…जगमगाएत रहल.
उत्सव खत्म फेर बिहार अन्हारक चपेट मे. ई हाल पूरा बिहारक अछि. लोक सभ जे बिहार उत्सव पर बिहारक गुणगान करय छलाह आब तीन दिन सं लाइट कटला पर अधिकारी -मंत्री के गरिआ रहल छथिन्ह.
बिजली संकट सं राज्य भर मे कोहराम मचल अछि. धरना…प्रदर्शन… रोड जाम सभ भ रहल अछि. बिजली नहि रहला सं शहर मे पानिsक संकट सेहो भs गेल अछि. लोक के जीनाए-मरनाए एक भs गेल छनि.
गाम के लोक तं चापाकल सं काज चला लय छथिन्ह… एहि गर्मी मे गाछ तर बैस किछ ठंडा जाए छथिन्ह . मुदा शहर के सुकुमार लोक कि करथिन्ह? ताव एहन मारि रहल छनि जे बैचेन भेल छथिन्ह.
टंकी सं पानि नहि आबय के कारण चापाकल पर बाल्टी लsक दौड़ि रहल छथिन्ह… कल चलाबय के आदत नहि होए के कारण पसीने -पसीने भs जा रहल छथिन्ह. सभ सं परेशानी तं पानि भरला के बाद बाल्टी के तीन मंजिला- चारि मंजिला मकान पर ल जाए मे भs रहल छनि. जे लोक…बच्चा सभ के ई सभ नहि करय पड़ि रहल छनि ओ विश्वकप मैच नहि देख पाबय के कारण परेशान छथिन्ह. अगर भारत-पाकिस्तान मैच तक हाल ठीन नहि भेल त माहौल बिगड़ि सेहो सकैत अछि.
असल मे तालचर बिजलीघर के दूटा आओर फरक्का के एकटा यूनिट मे उत्पादन ठप भ गेल अछि. कांटी के सेहो सेहे हाल अछि. बरौनी बिजलीघर सं से मुश्किल सं उत्पादन भ रहल अछि. एकरे संग केन्द्रीय कोटा सं जे बिजली मिलबाक चाही ओहि मे भारी कटौती करि देल गेल अछि. एक त कोढ़ ऊपर सं खाज वाला हाल भ गेल अछि. केंद्र बिहार के संग पक्षपात जगजाहिर अछि.
बिहार मे जतय करीब ढ़ाई हजार मेगावाट बिजली के जरूरत अछि ओतय मिल रहल अछि सिर्फ सात-आठ सय मेगावाट… एहि मे सं आधा बिजली इमरजेंसी सेवा मे चलि जाएत अछि. बाकि बिजली मे पूरा बिहार. सोचि सकय छी राज्य के हाल. एकदम सं त्राहि-त्राहि मचल अछि. हालात तं तखन आओर बिगड़ि सकैत अछि जखन बिजली कर्मचारी 27 मार्च सं हड़ताल पर चलि जएताह. ओ सभ हड़ताल पर जाए के घोषणा करने छथिन्ह. तं कहि सकय छी जे जखन चौबीसों घंटा बिजली ऑफे अछि त केहन अर्थ ऑवर. बिहार लेल तं सदिखन अर्थे ऑवर अछि. कि कहय छी अहां?
साभार – हैलो मिथिला