नई दिल्ली । रेल मंत्री ममता बनर्जी क संग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार क दोस्ती बिहारक काज नहि आएल। एक बेर फेर बिहार हुनकर प्राथमिकता सूची मे नहि रहल। मढ़ौरा आ मधेपुरा क लोकोमोटिव कारखाना मे काज क प्रगति क गप कहिकए ममता मात्र आश्वासन देलथि, मुदा टका क आवंटन रायबरेली लेल भेल। नीतीश क एकोटा मांग नहि मानल गेल। बिहार कए ममता अपन पसंदीदा ट्रेन दुरंतो नहि देलथि, ओतहि लंबित पड़ल छपरा रेल पहिया कारखाना पर सेहो ओ चुप रहलीह। नीतीश क करीब एक दर्जन नव ट्रेन, लाइन क दोहरीकरण, प्रोजेक्ट आदि स संबंधित मांग राखले रहि गेल। मानल जा रहल छल जे पटना-दिल्ली दुरंतो भेटत, मुदा ममता एकरा नजरअंदाज करि देलथि। बजट मे दसटा नव स्टेशन कए विश्वस्तरीय बनेबाकप्रस्ताव अछि, मुदा बिहार सूची स गायब अछि। छह टा पाइन भरबा लेल बोटलिंग प्लांट लागत, मुदा एहि कार्य लेल सेहो बिहार ममता कए योग्य नहि बुझाइल। नव लाइनक निर्माण आ लाइन लेल सर्वेक सूची स सेहो बिहार गायब अछि। बहरहाल, ओहि 400 स्थान मे बिहार क दू दर्जन स बेसी स्थान कए जगह भेटल अछि, जतए रेलवे स्वास्थ्य मंत्रालय क संग अस्पताल आ डायगनोस्टिक सेंटर बनाउत। स्टेशन क उन्नयन क सूची मे बिहार स छपरा आ जमालपुर कए जगह भेटल अछि। जमालपुर, पटना साहिब, कटिहार आ रक्सौल मे मल्टी फंक्शनल परिसर क निर्माण हेबाक अछि।
नव ट्रेन मे बिहार लेल कुल सातटा ट्रेन भेटल अछि। एहि मे दूटा भारत तीर्थ रेल, जे पहिल गया कए हावड़ा स जोड़त, त दोसर मदुरै स गया आ पटना कए। एकर अलावा किशनगंज-अजमेर, राजगीर- हावड़ा, कोलकाता-दरभंगा एक्सप्रेस चलत। संगहि पटना -सासाराम आ कटिहार-तेज नारायणपुर पैसेंजर ट्रेन सेहो चलत। हालांकि एकरा लेल आमान परिवर्तन क बाट ताकबाकअछि। झारखंड क राजधानी रांची स जयनगर के लिए एक्सप्रेस ट्रेन देल गेल अछि। पटना-बेंगलुरू संघमित्रा एक्सप्रेस आब प्रतिदिन चलत।