पटना । आब बोफोर्स तोप फ्रांस वा दक्षिण अफ्रीका क नहि, बल्कि बिहारक राजगीर मे बनल स्वदेशी गोला कए उगलिकए दुश्मन कए तबाह करत । राजगीर क आयुध कारखाना मे एशिया क पहिल बाय माडूलर चार्ज सिस्टम (बीएमसीएस) स बनल दू हजार गोला क पहिल खेप सेना कए सौंप देल गेल अछि ।
आयुध निमार्ण कारखाना, राजगीर क महाप्रबंधक शरद धोडके बतेलथि जे बारूद क पहिल खेप गुरुवार क सांझ महाराष्ट्र स्थित पुलगांव सेना डीपो क लेल भेजल गेल अछि । ई बारूद पूर्ण रूप स स्वदेशी अछि , जे बोफोर्स तोप मे प्रयोग होएत अछि । महाप्रबंधक बतेलथि जे आयुध निमार्ण नालंदा मे अखैन 2 यूनिट काज कए रहल अछि, जखनकि 6 यूनिट पर काज जारी अछि । धोडके बतेलथि जे वितीय वर्ष 2016-17 मे दू लाख बीएमसीएस क उत्पादन कैल जाएत । आगाँ चलिकए एकर उत्पादन आठ लाख एक साल मे बनेबा क लक्ष्य अछि । ओ बतेलथि जे अखैन धरि गोला फ्रांस आओर दक्षिण अफ्रीका स भारत मे आयात होएत छल, मुदा एतय उत्पादित बीएमसीएस सर्वप्रथम देशक जरूरत कए पूरा करत । ओ एकरा मेक इन इंडिया क तहत पैघ कदम बतेलथि । ओ कहलथि जे आयुध निमार्ण, राजगीर स पहिल बेर बीएमसीएस क उत्पादन भकए इंडियन आर्मी कए सप्लाई भेनाय भारत क लेल टा नहि अपितु एशिया क लेल एकटा पैघ उपलब्धि अछि । ई बिहार क संगे-संग देशवासी क लेल सेहो गौरव क गप अछि । गौरतलब अछि जे आयुध निमार्ण नालंदा क शिलान्यास तत्कालीन रक्षा मंत्री जार्ज फर्नाडीस 14 अप्रैल,1999 कए केने छथि ।