पटना : राज्यक ऐतिहासिक धरोहर आ स्थलक फेहरिस्त मे शीघ्र एकटा नव नाम शामिल होएत। मधुबनी जिला क अंधराठाढ़ी प्रखंड क ठाढ़ी गांव क। एहि ठाम ऐतिहासिक स्मारक क निर्माण होएत। शंकराचार्य लिखित ‘ब्रह्म सूत्र’ क वाचस्पति मिश्र रचित भाष्य (व्याख्या) अछि ‘भामति’। ठाढ़ी गाम हिनकर रचना प्रक्रिया क साक्षी रहल अछि। ओहि ठाम स्मारक स्थापित होएत। विप क सभापति ताराकांत झाक निर्देश पर मधुबनी जिला प्रशासन प्रोजेक्ट तैयार करि रहल अछि।
अंधराठाढ़ी प्रखंड स राजनगर होइत ठाढ़ी गाम पहुंचल जा सकैत अछि। गाम मे 28टा पोखर अछि। एहि मे स किछु सरकारी, त किछु निजी बचल अछि। एहि मे स एकटा अछि मिसराइन पोखर, जतए एकटा डीह (निवास स्थल) अछि। ओतहि स जुडल अछि भामति क कथा आ रचना प्रक्रिया। स्मारक स्थल लेल ग्रामीण अपन भूमि देबा लेल तैयार छथि।
भामति क संबंध मे कहल जाइत अछि जे ओहि गाम क निवासी पंडित वाचस्पति मिश्र जखन ‘ब्रह्म सूत्र’ क भाष्य क रचना करि रहल छलाह, त प्रतिदिन ओकरा भगवती क चरण मे राखि दैत छलाह। 18 साल क बाद जखन रचना प्रक्रिया पूरा भेल त ओ देखला जे एकटा देवी हुनकर सामने थाल मे पुष्प ल कए ढार छथि। ओ पूछलाह-देवी अहां कए छी ? ओ कहलथि-हम अहांक कनिया छी। ब्याह क बाद नियमपूर्वक 18 साल स अहांक पूजा आ लेखन लेल सामग्री रखैत आबि रहल छी। अचानक, पंडित मिश्र क तंद्रा टूटल आओर ओ अपन जिम्मेवारीक एहसास केलथि। ओ कहला -देवी, अहांक नाम पर एहि भाष्य कए समर्पित करि रहल छी।
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नीक गप्प, नीक काज, नीक समाद ।