कुमुद सिंह / प्रीतिलता मल्लिक
बिहार कए विशेष दर्जा देबाक विरोध करि तारिक अनवर अपन राजनीतिक स्वार्थक पूर्ति कए रहल छथि। मराठा सरदारक चाकरी करनिहार एहि पूर्व बिहारी लेल बिहार मे मुखियाक चुनाव जीतब कठिन अछि। बिहारक एहि दशा लेल कतहु नहि कतहु एहन नेताक हाथ शुरू स रहल अछि। हम सब राज ठाकरे कए एहि लेल जिम्मेदार नहि मानि सकैत छी, बिहारक एहि गत लेल राज ठाकरे स बेसी खतरनाक तारिक सन नेता छथि जे बिहारक अहित लेल राज स कहीं बेसी सक्रिय रहैत छथि। देखल जाए त राज ठाकरे मुंबई मे बिहारी विरोध करैत छथि, हुनकर बिहार क विकासक कतहु विरोध नहि अछि, मुदा तारिक मुंबई मे बिहारी क विरोधक संग-संग बिहारक विकासक विरोध सेहो करि रहल छथि।
राहुल राजक मामला हुए या फेर बिहारक हित स जुडल कोनो आन मामला, तारिक कहियो बिहार संग ठार नहि भेलाह अछि। एतबा धरि जे ओ यदा कदा बिहारी कए बेईज्जत करबा लेल सामने एलाह अछि। सवाल बिहार कए विशेष राज्य क दर्जा क नहि अछि, सवाल मानसिकताक अछि। महाराष्ट्र स राष्ट्रवादी कांग्रेस क सांसद आ पार्टी क महासचिव तारिक अनवर कए अपन बजूद बचेबा लेल बिहार कए विरोध जरूरी अछि, एकर बिना ओ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी मे नहि रहि सकैत छथि। जहिया बिहारक चीनी मिल मे एथनॉल बनेबाक मंजूरी शरद पवार नहि देलथि तहियो तारिक हुनकर चाकरी मे लागल छलाह। दरअसल बिहार क लोक मे इ भ्रम रहल अछि जे तारिक बिहारक नेता छथि आ पटना कॉलेज मे कहियो काज करैत छलाह। मूल रूप स कांग्रेसी तारिक शुरू स बिहार विरोधी खेमा मे बैसल छलाह। पहिने ओ कांग्रेस क ‘रटंतू तोता’ छलाह आ बाद मे ओ शरद पवारक गुलाम नेता भ गेलाह। हुनकर कोनो बयान कए एकटा बिहारीक मानसिकता स देखब पूर्णतः गलत अछि आ आगू सेहो हुनका स कोनो एहन उम्मीद करब राजनीतिक नासमझी मानल जाएत।
आइ कांग्रेस तक मानि रहल अछि जे बिहार बदलि रहल अछि। मुदा तारिक एहि स असहमत छथि। महंगाई आ घोटाला पर ओ चुप छथि, कोनो बयान नहि। हुनकर पार्टीक नेता प्रफुल्ल पटेल बिहार क हवाई सेवा संबंधी फाइल दू साल स दबौने रहलाह, मुदा ओ मुंह नहि खोलि सकलाह। सवाल उठैत अछि जे बिहार कए विशेष राज्यक दर्जा पर राज ठाकरे चुप छथि, पवार कोनो बयान नहि जारी केलथि अछि, राकांपा क आधिकारिक बयान सेहो नहि आयल अछि, तखन आखिर तारिक क इ बयान की सिद्ध करैत अछि। महाराष्ट्र स सांसद तारिक अनवर कए बिहार कए दर्जा भेटबा पर कौन मतलब। कारण साफ अछि हुनका अपन बिहार विरोधी हेबाक सबूत देबाक अछि आखिर महाराष्ट्र स सांसद बनबाक कर्ज चुकेबाक अछि। अगर नाम मात्र लेल हुनका मे बिहारियत जागि जाएत त महाराष्ट्र स हुनकर सांसद होएब कठिन अछि।
तारिक साहब क बयान स इ पहिनो साबित होइत रहल अछि जे बिहार क जनता स हुनका कतबा प्रेम अछि। हुनका बिहार क चिंता कहियो रहल नहि, मुदा आब महाराष्ट्र चिंता जरूर देखा रहल अछि। निश्चित तौर पर बिहारक विकास क संग महाराष्ट्र मे मजदूर संकट उत्पन्न होएत आ मजदूरक बिना कोनो राज्य विकासक पर आगू नहि जा सकैत अछि, बिहारक सबस पैघ कमजोरी आइ महाराष्ट्र लेल सबस पैघ संकट बनि चुकल अछि।
कुल मिला कए सच्चाई इ अछि जे अपन पार्टी अध्यक्ष कए खुश करबा लेल ओ एहि तरहक बयानबाजी करि रहल छथि। इ संस्कार हुनका कांग्रेसी हेबाक कारण स भेटल अछि। बिहार मे श्रीबाबू स ल कए केशर बाबू तक दिल्ली कए खुश करबा लेल बिहारक हित कए नजरअंदाज करैत रहलाह अछि। कांग्रेसक नेता लेल इ असंभव सन गप अछि जे ओ राज्यक हित लेल दिल्ली स कठोर शब्द मे गप करि सकए। पिछला 60 साल मे ललित नारायण मिश्र दिल्ली स बिहार लेल किछु कठोर गप केने छलाह, मुदा हुनकर मौतक संग इ तय भ गेल जे बिहारक हितक गप स केवल कुर्सी नहि जान सेहो जा सकैत अछि। बिहार मे लगभग 40 साल तक कांग्रेस क राज रहल, फे़र कौन एहन कारण रहल जे इ राज्य कहियो आगू नहि बढल, पाछु जाइत रहल, पिछला पांच साल स एकर आगू बढबाक कोशिश स तारिक सन नेताक एहन बयान इ साबित करैत अछि जे इ बिहारक गरीबीक राजनीति जारी राखए चाहैत छथि।
तारिक की बजलाह से हम नहीं देखालान्हू ओना विशेष राज्यक मांग के हमहूँ एक शिगूफा बुझैत छिएक
कोनो प्रकारक आरक्षण वा subsidy स स्थयी विकास संभव नहि
बिहारक कोढ़ भ्रस्ताचार आ जातिवाद अछी
की नीतिश्के ५ सालमे पता नहि चलालान्ही जे दूनू ओहिना अछि
महादलित आ अतिपिछडा दू जाती नव गढ़ी आ अपन जातिक समर्थन संग लालूक जिंक हौवा ठाढ़ कैयोके केवल ३९ प्रतिशत वोट पाबी सकलाह
अखबार के भरी भरी पेजके विज्ञापन स खरीद विकासक समाचार छापने आसान मुदा जनता का बहु दिन मुर्ख नहि बनायल जा सकैत छैक
यदि लोक एटैक संग छल टी करोर्पतियो, क्रिमिनल के अधिक सीट कियैक
मुदा बिहार यदि प्रगति के रहल अछि तखन देशमे सबस कम प्रति व्यक्ति आय कियैक?
डॉ धनाकर ठाकुर