कुमार आशीष
सहरसा। मैथिलीक चर्चित कवि रमेशक पांति ‘होना छलै पुनर्वास देखहो बिनाश भए गेलैए, ढहूडि भाई एबरि लगनो लगलई त मलेमास भए गेलै।’ सटिक बैसेत अछि कोसी क कारण स दू भाग मे बंटल मिथिलाक लोकक संदर्भ मे। असल मे जखन कोसी बांध क नींव देल गेल छल त रंग बिरंगक सपना देखाउल गेल छल एहि ठाम क लोक कए मुदा कालांतर मे किछु नहि भ सकल। जे भेल से इ जे अदौ स एक रहल मिथिला दू भाग मे बंटि गेल। आवागमनक कठिनाई कोनो नव संबंध हेबा मे बाधा बनि कए ठार भ गेल फलत: आदि काल स होइत आबि रहल एहि पार ओहि पारक वैवाहिक संबंधक परंपरा ठमकि गेल आ जे किछु संबंध पहिने स छल ओकरो आन जान बाधित भ गेल।
एम्हर आबि कए वर्तमान सरकारक ध्यान एहि दिस गेल जेकर बाद सहरसा जिला क बलुआहा आ दरभंगा जिलाक कुशेश्वरस्थान कए पुल स जोडबाक योजना माटि पर आयल। ज्ञात हुए जे सहरसा जिलान्तर्गत महिषी प्रखंड मुख्यालय स पांच किमी उत्तर बलुवाहा घाट आ गंडौल क बीच पहुंच पथ सहित उच्च स्तरीय आरसीसी पुल लेल बिहार राज्य पुल निर्माण निगम एसपी सिंगला कंस्ट्रक्सन प्राइवेट लिमिटेड कं (हरियाणा) कए अभिकर्ता बनौलक अछि जेकर प्लांट सहरसा मे एखन आकर्षनक केंद्र बनल अछि। करीब एक हजार मजदूर दिन राति खटि रहल अछि एहि दू भाग मे बंटल मिथिला कए जोडबा लेल। मुख्य पुलक लंबाई दू किमी होएत आ चौड़ाई 15.5 मी होएत। एकर दूनू कात डेढ़ मी क पगडंडी सेहो होएत। एहि पुलक अतिरिक्त करीब दर्जन भरि छोट छोट पुल सेहो बनि रहल अछि आ संगहि एप्रोच सडक सेहो। पांच सौ करोड टकाक एहि परियोजना कए वर्ष 2013 मे पूरा करबाक लक्ष्य राखल गेल अछि। प्राक्कलन क मुताबिक मुख्य सेतु मे कुल 41टा पाया क निर्माण हेबाक अछि जाहि मे स 38टा क निर्माण कार्य भ रहल अछि। शेष पांचटा क फाउंडेशन कैल जा रहल अछि। प्रोजेक्ट प्रभारी वरीय अभियंता कुमार रंजन कहला जे सबटा पायाक वाटर लेबल स 46 मी नीचा तक ल जेबाक काज भ रहल अछि। हुनक कहब अछि जे राजेंद्र सेतु आ डुमरी पुल कए क्षतिग्रस्त हेबाक कारण निर्माण सामग्री पहुंचाबा मे काफी कठिनाई भ रहल अछि। दोसर रास्ता स मेटेरियल अनबा मे समय आ खर्च दूनू बेसी लागि रहल अछि जेकर कारण स कोसी पर सेतु बनबा क गति धीमा अछि। मुदा एहि मिशन मे लागल 12टा अभियंता आ मजदूर क जज्बा देख कए लगैत अछि जे कोसी क प्रलयंकारी धार कए सेहो इ सब कुंद करि देताह। कोसी नदी क बढैत जलस्तर स अस्थायी पुल क एप्रोच बहि गेल अछि जेकर कारण स पुल निर्माण क सामग्री नहि पहुंच पाबि रहल अछि मुदा चिंता क गप नहि मजदूरक जीवटता देखि कए लगैत अछि जे अल्प विराम क बाद कार्य पुन शुरू होएत।
निश्चित रूप स एहि पुल आ पुलिया सबहक निर्माणक बाद एक बेर फेर स पूबारि आ पछबारि पार एक भ सकत आ रोटी- बेटीक पुरान संबंध क नवीकरण त हेबे करत संगहि नव संबंधक बाट सेहो खुलत। वैवाहिक सिंद्धांत लिखेबाक लेल आब सहरसाक लोक कए मधुबनी एबा मे कठिनाई नहि होएत। दोसर दिस सराईगढ क रेल पुल आ सडक पुल अपन निर्माणक अंतिम चरण मे अछि। आश कैल जाइत अछि जे चार लेन वाला इस्ट-वेस्ट कारिडोर क पुल अगिला सालक अंत तक चालू भ जाएत। जखन कि रेल पुल सेहो लगभग बनि कए तैयार अछि मुदा चालू हेबा मे एकटा मुख्य बाधा अछि सहरसा आ सकरी स आंगा रेल लाइनक आमान परिवर्तन मे देरी।
बहुत प्रस्संता भेल बलुआह पुल बनत से बुझी के …
कुमार आशीष केर आलेख लग्नक मलेमॉस खत्म करत बलुआहां घाट पुल निक लागल, एहने भावुक आर खोजपरक समाचारक आगुओ उम्मीद ये….
कुमार आशीष शुभकामना हमर …एहिना खोजपरक आलेख लिखित रहु….
sarahniy kadam hai bihar sarkar ka baluaaha pul….
आशीषजी और इ-समाद क बहुत धन्यवाद य हमरा दिस से जे बलुवाहा पुलक समाचार आ फोटो
देखेलु ….
gud………
jabardast lagal…
khusee bhel ee jani ke je baluwaha pul banat…pahil ber net par maithilee samachar padhke nik lagl…
धन्यवाद समाद नेट अखबार बलुवाहा के समाचार लेल….आशीष कुमारक भाषा रोचक ….
फेर्देक्हब ई अखबार ….
nik lagal internet par maithlee samachar mobiletone ,baluvahaa pul biyada sabh samachar good n thanks.