दरभंगा । दरभंगा मे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी क सपना क एकटा स्कूल अपन वजूद ताकि रहल अछि। केंद्र आ राज्य सरकार आइ भले देश क ऐतिहासिक महत्व क विरासत कए अझुण्ण बनेबाक दावा करि रहल अछि, मुदा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी द्वारा स्थापित दरभंगा क ऐतिहासिक नेशनल स्कूल आब खंडहर मे तब्दील भ चुकल अछि।
महात्मा गांधी 1920 ई. मे सम्पूर्ण देश मे अपन रचनात्मक कार्यं क तहत असहयोग आंदोलन क लेल राष्ट्रीय विद्यालय ‘नेशनल स्कूल’ खोलबाक प्रस्ताव रखलथि। देश मे स्थापित भेल प्रथम पांचटा राष्ट्रीय विद्यालय मे दरभंगा क नेशनल स्कूल पहिल अछि।
कोलकाता मे कांग्रेस क विशेष अधिवेशन मे 1920 असहयोग क प्रस्ताव पारित भेल छल। जाहि मे कमलेश्वरी चरण सिन्हा आओर अन्य नेता भाग लेने छलथि आ एहि आंदोलन क पुरजोर समर्थन केने छलथि।
असहयोग आंदोलन प्रारंभ भेला स पूर्व गांधी जी दरभंगा शहर क बेंता मुहल्ला मे स्थित नेपाली कैम्प मैदान मे आयोजित एकटा सभा करैत छात्र स एहि मे भाग लेबाक अपील केने छलाह। एहि सभा क बाद भेल गुप्त बैठक मे महात्मा गांधी असहयोग आंदोलन क सफलता क लेल ‘नेशनल स्कूल’ क योजना रखलाह।
बापू समेत कई स्थानीय स्वतंत्रता सेनानी क अथक प्रयास स शहर क लालबाग मुहल्लस मे देशक पहिल नेशनल स्कूल वर्ष 1920 ई. मे खोलल गेल।
एकर बाद स स्वतंत्रता आंदोलन मे राष्ट्रपिता स्वयं 1927 मे एहि परिसर क एक हिस्सा मे अनाथालय क शिलान्यास केलथि। वर्ष 1930 मे इ स्कूल उत्तर बिहार क प्रमुख ‘सत्याग्रह शिविर’ बनि गेल छल, जतए गुप्त मंत्रणा होइत छल।
स्वतंत्रता आंदोलन मे महत्वपूर्ण भूमिका निभेनिहार इ स्कूल सरकार क उपेक्षा स आइ खंडहर मे तब्दील भ चुकल अछि। स्कूल क देखरेख क लेल बनल समिति आ स्थानीय लोक एकरा राष्ट्रीय स्मारक घोषित करबा लेल राष्ट्रपति आ प्रधानमंत्री तक स पत्राचार करि चुकल अछि, मुदा एखन धरि एहि दिस ककरो ध्यान नहि गेल अछि।