बिहार पुलिसक हाथ मे नव हथियार
पटना। बिहार सरकार आ राज्य पुलिस लेल जे तकनीक परेशानी ठार करि रहल छल, आब ओ तकनीक सरकार आ पुलिस लेल हथियार भ गेल अछि। पिछला किछु दिन स राज्य मे शूट कैल गेल वीडियो सरकार लेल परेशानी क कारण बनल छल। आब सरकार सेहो एहि तकनीक कए अपन आ पुलिसक सहूलियत लेल इस्तेमाल करै जा रहल अछि। आम जनताक बीच जन्मल इ आइडिया बिहार पुलिस कए एकटा नव हथियार द देलक अछि। इ एहन हथियार अछि जे पुलिसक कार्यशैली बदलबा क संगहि आम लोगक चरित्र कए सेहो दुनियाक समझ आनत। बिहार मे इ देखबा मे खूब भेटैत अछि जे कोनो घटनाक बाद कोनो न कोनो माध्यम स एकटा वीडियो तैयार भ जाइत अछि, जाहि मे सरकार आ पुलिस क कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठैत अछि। मुदा इ सेहो सत्य अछि जे बिहार मे अपन स्वार्थ क पूर्ति लेल छोट सन घटना भेला पर आम लोकक भेष मे उपद्रवी सक्रिय भ जाइत छथि आ सार्वजनिक संपत्ति कए क्षतिग्रस्त करबाक संग संग एकटा सुनियोजित माहौल बनेबा मे सफल भ जाइत छथि। एहन प्रवृति क लोक कए दुनियाक सामने अनबा लेल राज्य क पुलिस महानिदेशक अभयानंद सबटा पुलिस अधीक्षक कए साफ तौर पर निर्देश देलथि अछि जे एहन तत्व स निपटबा लेल डंडा या गोली क प्रयोग नहि कैल जाए, उपद्रवी कए हिरासत मे सेहो कैद नहि कैल जाए, बल्कि उपद्रवी क सबटा क्रिया कए कैमरा मे ‘शूट’ करि ओकर आधार पर मामला दर्ज कैल जाए। अभयानंद क एहि निर्देश क बाद पुलिस प्रशासन एहि काज कए तत्काल प्रभाव स लागू करि देलक अछि। ताहि लेल आब अगर भीड़ स निपटबा लेल पुलिस कए लाठी आ बंदूक क जगह पर कैमरा ल कए देखी त आश्चर्य नहि करि ।
हाल मे अररिया क फारबिसगंज आओर नालंदा मे उपद्रवी स निपटबा आ हुनका नियंत्रित करबा लेल पुलिस कए बल प्रयोग करैत दुनिया देखलक। एहि घटना क बाद जतए बिहार पुलिस क चारूकात आलोचना भेल ओतहि सरकार कए सेहो फजीहत भेल । बिहार पुलिस पर लागल गैरजरूरी लाठीचार्ज आ फायरिंग क आरोप क बाद एहि समस्या पर गंभीर चिंतनक बाद अपराध कए अपन तरीका स खत्म करबा लेल प्रख्यात पुलिस महानिदेश अभयानंद इ आदेश देलथि अछि जाहि स पुलिस क छवि कए बहुत हद तक सुधारल जा सकैत अछि, जखन कि समाज मे नुकायल उपद्रवी कए सबूत संग दुनियाक सामने आनल जा सकैत अछि। अभयानंद कहला जे पुलिस क काज आब बेसी आसान भ गेल अछि। पुलिस एहन मामला मे कैमरा क मदद स उपद्रवी क सबटा क्रिया क वीडियो बनाउत आ ओकरा साक्ष्य बनाकए सबटा उपद्रवी कए न्यायालय स सजा दियाउत । ओ कहला जे एहन मामला मे अधिकतर अज्ञात लोकक खिलाफ मामला दर्ज कैल जाइत अछि, मुदा वीडियो फुटेज रहला पर पुलिस एक एक गोटा कए पहचान करि सकैत अछि आ हुनकर खिलाफ मामला दर्ज करि सकैत अछि । एहि स त्वरित सुनवाई क जरिए अपराधी कए सजा सेहो जल्दी भेट सकत।
एहि तरकीब क संबंध मे एकटा पुलिस अधिकारी कहला जे कानून मे भेल संशोधन क तहत सबूत क तौर पर वीडियो फुटेज क उपयोग कैल जा सकैत अछि । ताहि लेल एहि स दंगा, आगजनी आओर छोट-मोट गप कए ल कए होइ वाला सड़क जाम सन स्थिति स निपटबा अवश्य सहायता भेटत। जखन उपद्रवी कए सजा भेटत त एहन प्रवृति पर अपनेआप अंकुश लागि जाएत । गौरतलब अछि जे बिहार पुलिस वीडियो फुटेज देखिए पूर्व मे सेहो उपद्रव क कईटा मामला निपटा चुकल अछि।