भागलपुर। बिहार स्टेट अर्काइव, पटना आ विक्रमशिला रिसर्च इंस्टीच्यूट भागलपुर क संयुक्त तत्वावधान में ‘सेंचुरी ईयर ऑफ इस्टेबुलेशमेंट ऑफ बिहार चैलेंजेज एण्ड रिस्पांस’ विषय पर भेल सेमिनार मे इस साफ तौर पर कहल गेल जे जखन धरि समाज क हर तबका नहि सहयोग करत तखन धरि धरोहर कए नहि बचाउल जा सकैत अछि। सेमिनार क उद्घाटन करैत जिलाधिकारी नर्मदेश्वर लाल कहला जे भागलपुर एतिहासिक शहर अछि। एहि ठाम काफी संख्या में धरोहर अछि। जरूरत अछि एकर रखरखाव पर ध्यान देबाक। एकरा लेल असगर प्रशासन किछु नहि करि सकैत अछि। जरूरत अछि इतिहासकार, शिक्षाविद् सहित सब कियो एहि पर ध्यान दथि। सब कियो जागरूक होएब तखने धरोहर बचाउल जा सकत। ओ कहला जे एखन भागलपुर क इतिहास क बारे में बहुत किछु बुझबाक जरूरत अछि। एहि लेल छोट स छोट धरोहर कए बारे मे जानकारी जमा करबाक जरूरी अछि आ ओकरा बचायब सबहक जिम्मेदारी अछि। केवल इतिहास क पन्ना में दर्ज भ गेला स धरोहर नहि बचत, एहन मे ओकर रक्षा करब सेहो जरूरी अछि किया कि अगिला पीढ़ी सेहो ओकरा देखबाक इच्छा राखत।