5500 करोड़ सं बनत 120 KM लंबा बांध
, पटना । कोसी-मेची नदी जोड़ योजना पर जनताक मुहर लागि गेल अछि। एहि योजनाक पब्लिक हीयरिंग (जन सुनवाई) केर काज पूर्ण भ गेल अछि। कोनो ठाम एकहु गोटे द्वारा एकर विरोध नहि कयल गेल अछि आ नहि कोनो आपत्ति दर्ज कयल गेल अछि। पर्यावरण प्रभाव आकलनक काम पहिने पूरा भ चुकल अछि। आब ई योजना कोनो बदलाव केने बिना केन्द्रक वन एवं पर्यावरण मंत्रालय कें पठाओल जायत। उम्मीद अछि जे एक माह मे योजना केन्द्र सरकार धरि पठा देल जायत।
केन्द्रक इन्वारमेंटल एसेसमेंट कमेटी (ईएसी) बिहार सरकारक बात मानि क कोसी-मेची नदी जोड़ योजनाक लेल एकटा मौसम में आकलन करबाक छूट देने छल। तैं ई काज मात्र छह मास मे पुरा भेल। ओना कोनो एसेसमेंट तीन मौसम केर होइत अछि।
जानकारी अनुसार केन्द्र सरकार योजना पर मुहर लगेबाक समय शर्त लगेने छल जे पर्यावरण क्लियरेंस बिहार सरकारकें लेबए पड़त। एकरे अंतर्गत ई कार्रवाई कयल गेल। मिथिला क्षेत्रक जाहि जिला सभमे लोकक विचार पर्यावरण संदर्भ मे लेल गेल ओहि मे सुपौल, सहरसा, अररिया, किशनगंज आ पूर्णिया शमिल अछि। एहि नदी जोड़ों परियोजना सं उपरोक्त जिला सभकें लाभ होयत।
बिहारक पहिल नदी जोड़ो परियोजनाक कागजी कार्रवाई लगभग पूर्ण हेबाक कगार पर अछि। ओना मूल समस्या पैसे अछि जकर समाधान एखन धरि नहि भेल अछि। राज्य सरकार बेर-बेर एहि योजना कें नेशनल प्रोजेक्ट घोषित करबाक मांग क रहल अछि। बिहारक जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह सेहो एहि मामला पर दू बेर केन्द्र सरकार सं बात केलनि अछि। जं सफलता भेट गेल तं ठीक नहि तं फंडिंग लेल फेरो सं बिहार सरकारकें प्रयास करए पड़त।