9 हजार करोड़ बाजार मूल्यक एहि कंपनी में कार्यरत छथि डेढ लाख स बेसी कर्मचारी
पटना । एसआइएस सिक्यूरिटी प्राइवेट लिमिटेड बिहारक पहिल मल्टीनेशनल कंपनी बनि गेल अछि। कंपनी समूहक प्रबंध निदेशक ऋतुराज सिन्हा वार्षिक आम सभा क बाद पत्रकार संग गप करैत कहला जे बिहार मूलक इ कंपनी रोजगार देबा मे 15वां स्थान रखैत अछि। एहि कंपनी मे करीब डेढ लाख लोक कए रोजगार भेटल अछि जाहि मे 32 हजार बिहारी छथि।
श्री रितुराज कंपनीक संबंध मे जानकारी दैत कहला जे कंपनी सुरक्षा और सेवाक क्षेत्र मे सबस तेजी स आगू बढि रहल कंपनी मे स अछि। कंपनीक सालाना ग्रोथ करीब 25 फीसदी क अछि।
श्री रितुराज कहला जे शेयर बाजार में सूचीबद्ध एसआइएस एहन एकमात्र एहन कंपनी अछि जेकर मुख्यालय पटना मे अछि। ओ कहला जे 1974 मे स्थापित एहि कंपनी मे जे बिहारियत अछि ओ आगू सेहो बनल रहत आ एकर मुख्यालय पटना मे अछि आ रहत।
कौशल विकासक क्षेत्र मे इ कंपनी देश में अग्रणी अछि। युवा मे देशक प्रगति आ देशक सुरक्षाक भाव पैदा करबा मे लागल अछि। श्री रितुराज कहला जे कंपनी क पलामू समेत कुल 19टा प्रशिक्षण केंद्र अछि जाहि मे करीब 5 लाख युवा कए प्रशिक्षत कैल जा चुकल अछि। इ युवा सब विभिन्न संस्थान मे कार्यरत छथि।
फैसिलिटी मैनेजमेंटक क्षेत्र मे कंपनी सेहो अपन पैर पसारि रहल अछि आ सर्विस मास्टर नामक कंपनीक अधिग्रहण एहि दिशा मे एकटा डेग कहल जा सकैत अछि। ऑस्ट्रेलिया मे आयोजित राष्ट्रमंडल खेलक भेटल सुरक्षाक जिम्मेदारी सफल्तापूर्व निभेला पर खुशी व्यक्त करैत कहला जे उम्मीद करू जे एहन कोनो आयोजन अपन देश मे होएत त कंपनी कए ओकर सुरक्षाक भार सेहो उठेबा लेल भेटत।
श्री रितुराज कहला जे देश मे प्रथम 10 टा स्वच्छ रेलवे स्टेशन मे स तीनटा कोटा बडोदरा आ भुवनेश्वर क स्वच्छता क जिम्मेदारी एसआइएस उठौने अछि। श्री रितुराज कहला जे पिछला साल नोटबंदी आ ओकर बाद नकद आवाजाही कंपनी लेल एकटा चुनौती छल। एहन मे कंपनीक 2500 कैशवेन तमाम दिक्कतक बावजूद एटीएम तक नकद पहुंचेबा मे लागल रहल।
ओ कहला जे कैश लॉजस्टिक क क्षेत्र मे एहि साल मंदी रहल मुदा कंपनीक कुल हिस्सेदारी मे एकर योगदान महज 3फीसदी अछि आ एकर भार लगभग.25 फीसदी रहल जेकर प्रभाव कंपनीक कुल मुनाफा पर नहि पडल। शेयर बाजार क पिछला अवधि देखल जाये त कंपनी शेयर 800 रुपये क छल जे अधिकतम 1399 रुपया तक गेल आ एहन करीब 1150 पर अछि जे 35 स 38 फीसदी तक मुनाफा द रहल अछि। कोनो नव सूचीबद्ध कंपनी लेल इ सर्वाधिक कहल जा सकैत अछि।