बिहार मे एहि साल दिवालीक कारोबार लगभग 300 करोड़ टकाक आसपास रहल
दीपावली पर बिहारक लोक क बदलैत सोच क झलक भेटल
महामंदी क वैश्विक अंधकार क बीच आखिरकार बिहार क उपभोक्ता बाजार पर लक्ष्मी प्रसन्न भेलीह। बिहार मे एहि साल दिवालीक कारोबार लगभग 300 करोड़ टकाक आसपास रहल। जे पिछला साल से लगभग दू गुना अछि। बाजार क एहि व्यवहार क व्याख्या आर्थिक गतिकी, क्रय मनोविज्ञान और तेज रफ्तार शहरी जीवनशैली क नजरिया स कैल जा रहल अछि। सोचल इ सेहो जा रहल अछि जे जाहि प्रदेश मे लगभग डेढ़ करोड़ लोक गरीबी रेखा क नीचा अछि, प्रति व्यक्ति आय काफी कम अछि आओर गांव बाढ़-सूखा क छाया स उबर नहि पायल अछि, ओहि बाजार कए उबार लेबाक ताकत कतय से आयल अछि? शायद एकर पाछु हमर ओ अक्षय धार्मिक-सांस्कृतिक ऊर्जा अछि, जे अनहार राति मे उत्सवी आतिशबाजी क हजारों रंग बिखेर कए सब किछु बदैल दैत अछि। पश्चिम स उगल मंदी पूरब मे ऐनाए अस्त नहि भेल अछि।
एहि साल दीपावली पर बिहारक लोक क बदलैत सोच क झलक सेहो भेटल। परंपरा क अनुसार लोक सोना-चांदी आ ओकर बाद तांबा-पीतल क वस्तु कीनब शुभ मानैत अछि। इ प्रचलन क लाभ दीपावली पर सराफा आ बर्तन बाजार क खाता मे जाइत छल। एहि बेर रुझान अलग रहल। 21म सदी क नवम साल मे ट्रेंड बदलल। फेस्टिव शापिंग मे परंपरा आओर जरूरत क ध्यान त रखले गेल, मुदा दूरगामी निवेश आ रीसेल वैल्यू क आग्रह कमजोर पड़ल। बिहार लोक सेहो बुझि गेल जे जमाना आइ एनज्वाय करबाक अछि। नतीजा रहल जे टीवी, फ्रिज, वाशिंग मशीन, मिक्सी, हाटकेस, ओवन सन आधुनिक घरेलू उपकरण (होम एप्लाएंसेंस) बेसी खरीदल गेल। एहि वस्तु क बिक्री उम्मीद स 150 फीसदी बेसी भेल अछि। असगर पटना मे एकर दिवाली कारोबार लगभग 80 करोड़ टका तक पहुंचल। दोसर कात पटना क सराफा बाजार 50 करोड़ टका क लक्ष्य क करीब रहल। पिछला साल राजधानी मे 42 करोड़ क गहना-सिक्का आदि बिकैल छल। एहि स बेसी त एहि बेर कंप्यूटर-इन्वर्टर सन उपकरण बिकायल अछि। डेस्कटाप आ लैपटाप खूब खरीदल गेल। आम आदमी क लेल कार कीनब एखनो पैघ सपना अछि, मुदा धनतेरस क दिन असगर पटना मे एहन 1840 गोटे क सपना सच भेल। हिनका लोकनि कए दीपावलीक दिन नव गाड़ी अपन आंगन मे रखबाक सुख भेटल आ फोरह्वीलर क्लास मे शरीक हेबा पर फक्र सेहो। एहि कामना क लाभ उठाकए कार बाजार अपन बिक्री क लक्ष्य सेहो पूरा केलक। लगभग 200 ग्राहक क लेल त गाड़ी कम पडि़ गेल। एखन तक जे जानकारी भेटल अछि ओकर अनुसारे लगभग 50 करोड़ क कारोबार भेल अछि।