प्रीतिलता मल्लिक
पटना। महाराष्ट्र सरकार द्वारा टैक्सी लाइसेंस क संबंध मे लेल गेल फैसला कए भयावह कहैत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एहि संबंध मे प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह कए पत्र लिखलथि अछि। प्रधानमंत्री कए पत्र मे हस्तक्षेप करबाक गुजारिश कैल गेल अछि। मुख्यमंत्री कहला जे महाराष्ट्र सरकार क इ फैसला आपत्तिजनक नहि बल्कि भयानक अछि। एहि फैसला कए तत्काल वापस लेल जाए। इ फैसला संविधान प्रदत्त मौलिक अधिकार क हनन छी आ संघीय ढांचा पर हमला सेहो करैत अछि। सब महसूस करैत अछि जे स्थानीय भाषा क जानकारी लोकक कामकाज क लेल जरूरी अछि। एकरा थोपल जेबाक कोनो औचित्य नहि अछि।
दोसर दिस केंद्रीय कृषि व उपभोक्ता संरक्षण मंत्री शरद पवार क बयन पर सेहो मुख्यमंत्री कहला जे एकटा केंद्रीय मंत्री स लगातार एहन गैरजिम्मेदाराना आओर महंगाई बढेबा वाला बयानक उम्मीद नहि कैल जा सकैत अछि। ओ कहला जे इ आम लोक तक बुझैत अछि जे केंद्रीय मंत्री क एहन बयान स बाजार दर मे वृद्धि भ जाइत छैक।
लातक देवता बात से नहि बुझैत छैक |
ई मराठी नेता सब, (चाहे ओ कोनो पार्टी के हो ) अप्पन मराठी वोटक लेल देशक संग गद्दारी कय रहल अछि | ई भाषा ते एकटा नाटक छि असली मंसा छैक बिहारी के हटेवाक | जाबे तक बिहारी मजदूरी करैत रहैक ताबे तक नीक लगैत छलैक मुदा जखन से नीक पोस्ट लबय लगलैक तखन ओकरा परेशानी होवय लगलैक | हम सब बात से बुझा के थाकी गेलहु लगैत अछि आब ई हाथ उठेवाक लेल मजबूर करैत अछी | हमरा अपन अधिकार अपनाही लबय परत कोनो पार्टी या नेता नहि देत |