पटना । मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहला जे बिहार मे साक्षरता दर कम छै, बावजूद एकर लोक मे पढ़ाई क प्रति ललक अछि। माहौल बदलबा स आइ दुनिया भरि क लोक क बिहार मे दिलचस्पी बढ़ल अछि। एहि लेल आब पटना मे अंतरराष्ट्रीय पुस्तक मेला क आयोजन हेबाक चाही। कुमार गांधी मैदान मे पटना पुस्तक मेला क उद्घाटन करलाक बाद सभा कए संबोधित करि रहल छलाह। ओ कहला जे नीक किताब मनुष्य क जीवन बदलि दैत छै। व्यक्ति क सर्वांगीण विकास क लेल पुस्तकालय, प्रयोगशाला, खेलकूद आ सांस्कृतिक गतिविधि आदि क विद्यालय मे होएब बहुत जरूरी अछि। कुमार कहला जे सूबा मे पुस्तक आ पत्र-पत्रिका पढ़निहार पाठक क पैघ संख्या अछि। एहन मे प्रकाशक कए पठनीय सामग्री उपलब्ध करेबाक चाही। मुख्यमंत्री कहला जे बिहार मे प्राथमिक आ उच्च विद्यालय पर्याप्त संख्या मे भ गेल अछि, मुदा माध्यमिक विद्यालय क कमी छै। सरकार एहि कमी कए दूर करत। ग्रामीण क्षेत्र मे साइकिल स स्कूल जाइत लड़की सामाजिक परिवर्तन क कहानी लिख रहल अछि। पांच साल पहिने जखन बिहार क बागडोर संभालने छलहुं तखन 25 लाख बच्चा स्कूल स बाहर छल। आब एकर संख्या घटिकए 7 लाख क आसपास अछि। मुख्यमंत्री कहला जे सार्वजनिक जीवन मे एलाक बाद संचिका क संगहि लोककए सेहो पढ़ए पड़ैत अछि। पहिल बेर केन्द्रीय मंत्री क पद छोड़िकए मुख्यमंत्री बनबा लेल आयल छलहुं। मुदा सात दिन मे बैक टू पवेलियन हुए पडल। ओहि दिन घर मे बैस कए पुस्तक पढै़त छलहुं। जाहि दिन 24 सौ पृष्ठ क पुस्तक पढ़िकए समाप्त केलहु, ओहि दिन अटल जी केन्द्रीय मंत्री पद क शपथ लेबा लेल बजा लेलथि । एहि मौके पर उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी कहला जे सूबे मे सार्वजनिक पुस्तकालय कए बढ़ावा देल जा रहल अछि। संगहि निजी पुस्तकालय कए अनुदान क लेल पुस्तकालय प्राधिकार कए समृद्ध कैल जा रहल अछि। पूर्व मुख्यमंत्री डा. जगन्नाथ मिश्र कहला जे बिहार कए फेर स गौरवान्वित करबा लेल लोक कए आगू एबाक चाही। एहि मौका पर मेला आयोजन समिति क अध्यक्ष एचएल गुलाटी, संयोजक अमित झा, सांस्कृतिक सचिव कलानाथ मिश्र क अलावा अन्य गणमान्य लोक उपस्थित छलाह।