दरभंगा । मिथिला क्षेत्रीय बिजली बोर्ड क प्रबंधक जेएन तिवारी कहला अछि जे बिहार में बिजली संकट अगिला किछु साल धरि बनल रहत, मुदा 2013 क बाद बिजली संकट बिहार लेल एकटा इतिहास भ जाएत। तिवारी बिजली संकट पर इसमाद स खास चर्चा मे कहलाह जे बिहारक मे एखन बिजलीक आपूर्ति मांग स काफी कम अछि, जेकर तत्काल कोनो निराकरण संभव नहि अछि। केंद्रीय पुल स सेहो बिहार कए कम बिजली भेट रहल अछि, जखन कि बिहार कए नेपाल आ रेलवे क संग आवश्यक सेवा लेल बिजली कए पहिने बचा कए रखबा लेल कहल गेल अछि। एहन मे कोनो शहर कए 15 घंटा स बेसी आपूर्ति करब बोर्ड लेल संभव नहि अछि। तिवारी कहला जे दरभंगाक हालात आन शहर स खराब नहि अछि। बिहार कए जखन 800 मेगावाट बिजली भेटैत अछि त एहि शहर कए 3 स 4 मेगावाट बिजलीक आपूर्ति भ जाइत अछि। एहि स पूरा शहर कए बिजली देब संभव नहि अछि। हमरा दरभगा लेल कम स कम 20 मेगावाट बिजली चाही तखने हम पूरा शहर कए बिजली मुहैया करा सकैत छी। एहि विकट समस्या क निराकरणक सवाल पर ओ कहला जे बिहार मे बिजलीक कमी स निपटबा मे एहन समय लागत। ताबत धरि बोर्ड स्वीच कए तेज करबा क प्रयास मे जुटल अछि जाहि स लोक कए बिजली कम अतराल पर कम समय लेल भेट सकए। स्वीच धीमा रहलाह स 24 घंटा मे कोनो खास समय पर दू स तीन घंटा बिजली अबैत अछि जाहि स लोड बड भ जाइत अछि आ लाइन बाधित भ जाइत अछि। एहि समस्या स निपटबा लेल बोर्ड स्वीच तेज करबाक प्रयास कए रहल अछि जाहि स हर एक घंटा या दू घंटा पर एक या आधा घंटा लेल बिजलीक आपूर्ति संभव भ सकए। ओना एहि प्रणाली कए तेज करबा स स्वीच खराब हेबाक आशंका बनल रहत, मुदा एकर बावजूद एहि संकट स निपटबा लेल इ आखरी रास्ता अछि।