मुजफ्फ़रपुर। साहेबगंज प्रखंड क धर्मपुर राम गाम क किसानक भाग्य परोर क खेती बदलि देलक अछि। आब एहि गामक लोग रोजगार लेल परदेश नहि जाइत अछि। बिहारक आन गाम जेका एहि ठाम सेहो पलायन अभिशाप छल मुदा आइ इ गाम शापमुक्त भ चुकल अछि। पांच साल पूर्व तक गरीबी क दलदल मे रहनिहार किसान आइ खुशहाल छथि। किसान लखनऊ क नीड संस्था क सहयोग स परारे प्रोडयूसर कंपनी बनबा लेल तैयार भ गेलथि अछि। किसान क परोर क खेती क प्रति रुझान कए देखैत कृषि क्षेत्र मे काज करैवाला लखनऊ क नीड (नेटवर्क इंटर प्रेन्योरशिप एंड इकोनॉमिक डेवलपेंट ) संस्था वर्ष 2008 मे गाम कए गोद लेने छल। संस्था खेती लेल दस हजार टका किसान कए कर्ज देलक। राति मे किसान लेल पाठशाला आयोजित करि आधुनिक पद्धति स परोर क खेती करबाक गुर सिखेलक। संस्था क पुनीत कहैत छथि जे आब ओ दिन दूर नहि जखन एहि ठामक परोर क स्वाद विदेश क लोक सेहो चखताह। गाम क कृष्ण नंदन ठाकुर दिल्ली मे रिक्शा चलबैत छलाह। बीमारी क कारण गाम एलाह त दू कठठा मे परोर क खेती शुरू करि देलथि। धीरे-धीरे आर्थिक स्थिति सुधरल आइ ओ 15 कठठा मे परोप उपजा रहल छथि। प्रति मास दस स बारह हजार आमदनी भ रहल छैन। कृष्णनंदन कहैत छथि जे दिल्ली स लौटलाक बाद रहबा लेल फूस क घर नहि छल। आइ पक्का मकान अछि। ओ कहैत दथि जे आब गाम क लोक कमेबा लेल परदेश नहि जाइत छथि।