पटना। लोकपालक मसला पर सेहो बिहार केंद्र स एक डेग आगू भ देश कए चकित करि देलथि अछि। एकटा बिहारी लेल इ समाद देश भरि मे सीना चौडा करबा लेल काफी अछि जे बिहार मे प्रस्तावित लोकपाल बिल मे मुख्यमंत्री कए लोकपालक दायरा मे राखल जा रहल अछि। इ घोषणा कियो आर नहि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने केलथि अछि। भ्रष्टाचार रोकबा लेल देश स पहिने कानून बना देनिहार बिहार एक बेर फेर देश स पहिने लोकपाल क गठन करबा लेल तैयार अछि। एतबे नहि एक दिस जतय प्रधानमंत्री कए लोकपालक भीतर अनबा लेल बहस जारी अछि ओतहि बिहार मे इ तय भ चुकल अछि जे मुख्यमंत्री कए एकर दायरा मे राखल जाएत। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार क एहि डेग स प्रधानमंत्री कए लोकपाल क दायरा स बाहर रखबाक पक्ष आर कमजोर भ गेल अछि। ज्ञात हुए जे संविधान क तहत मुख्यमंत्री आ प्रधानमंत्री कए विशेषाधिकार प्राप्त अछि, मुदा कोनो सामान्य आदमी क भांति हिनका पर मुकदमा त कैल जा सकैत अछि। एहन प्रावधान केवल महामहिम पर लागू होइत अछि।
एहि मसला पर पत्रकार स गप करैत मुख्यमंत्री कहला जे बिहार मे लोकपाल क गठन एक-दू मास मे भ जाएत आ लोकपालक दायरा मे मुख्यमंत्री कए सेहो राखल जा रहल अछि। एकटा आर सवाल पर ओ कहला जे अन्ना हजारे कए अनशन रोकबाक प्रयास गलत अछि। लोकतंत्र मे सबकए अपन गप कहबाक अधिकार अछि। ककरो सुझाव पर ककरो सहमति-असहमति भ सकैत अछि मुदा ओकरा अनशन करबा स रोकब गलत अछि। ओ कहला जे इमरजेंसी लागू करनिहाहर कांग्रेस क इ स्वभाव मे अछि।