पटना। पटना क मास्टर प्लान एहि साल सेहो तैयार नहि भ सकत। आकलन क अनुसार मास्टर प्लान कए अंतिम रूप देबा मे एखन तीन-चार मास आओर लागत। एहन मे जनवरी स पहिने एकर अंतिम रूप देखबा लेल नहि भेटत। ओना कहल जा रहल अछि जे प्लान लगभग तैयार अछि आ गंगा पार सोनपुर, दिघवारा, दरियापुर, हाजीपुर, राघोपुर, विदूपुर स ल कए पटना क पूर्वी हिस्सा मे बख्तियारपुर, दनियावां, पश्चिम मे मनेर, बिहटा आ दक्षिण मे मसौढ़ी, धनरुआ तक एकर दायरा मे होएत। पटना स आबादी क भीड़ कए कम करबा लेल आधा दर्जन सेटेलाइट टाउनशिप विकसित करबाक योजना अछि। मास्टर प्लान मे एकर खाका खींचल गेल अछि। पटना-मसौढ़ी रोड़ मे डुमरी क निकट, बिहटा, बख्तियारपुर, हाजीपुर आ सोनपुर मे एकरा लेल जमीन ताकल जा रहल अछि। एहि इलाका मे अस्पताल, स्कूल, बैंक, डाकघर, बाजार आदि तमाम नागरिक सुविधा होएत। मुख्य शहर स जुड़ाव लेल सड़कक दुरुस्त व्यवस्था होएत। जन निजी भागीदारी (पीपीपी) मोड मे एकरा विकसित करबाक योजना अछि।
देखल जाए त राजेंद्रनगर क बाद पिछला तीन दशक स बिना मास्टर प्लान स पटना बढैत रहल। पिछला एक दशक स नव मास्टर प्लान पर काज भ रहल अछि। जनवरी 2001 मे पटना महायोजना तैयार करबाक फैसला पटना क्षेत्रीय विकास प्राधिकार (वर्तमान मे विघटित) लेने छल। पहिने कोलकाता क फर्म कए एकर जिम्मा भेटल। बाद मे एकरा पटना महानगर क्षेत्र लेल महा योजना तैयार करबाक टास्क सेंटर फार इनवारेनमेंटल प्लानिंग एण्ड टेक्नोलाजी (सेप्ट) विश्र्वविद्यालय अहमदाबाद कए सौंपल गेल।
20 साल यानी 2021 तक क आवश्यकता कए ध्यान मे रखैत एकर निर्माण भ रहल छल। आब 2031 कए ध्यान मे राखि कए निर्माण भ रहल अछि। अंतिम चरण मे महानगर योजना मे मसौढ़ी आ धनरुआ कए मिला देल गेल अछि। आवासीय, औद्योगिक, व्यावसायिक, कृषि क्षेत्र आ जन उपयोगी इलाका अलग-अलग रेखांकित भ चुकल अछि। आब महायोजना कए स्टेट आफ आर्ट टेक्नोलाजी क प्रयोग करैत ज्योग्राफिकल इंफार्मेशन सिस्टम इनपुट क संग कैडस्टल मैप कए सुपर इंपोज कैल जेबाक अछि। देर स सही मुदा ठोस रूप मे पटनाक तसवीर सामने एबाक उम्मीद अछि।