दरभंगा। देश भरि मे इ विवाद विषय अछि जे बिहार बदली रहल अछि। हर आदमी अपन अपन स्तर स एकर व्याख्या क रहल छथि। दरअसल बिहार स बेसी बिहारक समाज बदलि रहल अछि। कोनो राज्य लेल ओकर समाजक बदलब एकटा एहन बदलाव होइत अछि जे ओकरा एकटा नव युग मे प्रवेश करबाक मौका दैत अछि। कोनो समाज मे व्यक्तिक सबस छोट स्वार्थ होइत अछि जमीनक अतिक्रमण। इ समाजक ढांचागत विकास मे सबस पैघ बाधा मानल जाइत अछि। बिहार मे अतिक्रमण कालाजार सन बीमारी अछि जे कहिया स अछि एकर जानकारी ककरो लग नहि अछि। अतिक्रमण हटेबा लेल कई बेर प्रशासन कार्रवाई केलक, मुदा ओ नहि हटल बल्कि बढैत गेल। मूर्ख त मूर्ख पढल लिखल लोक तक मे अतिक्रमण एकटा संस्कार भ गेल छल। जे जेतबा जमीन कब्जा केलक ओ ओतबा पैघ लोक मानल गेल। एहन हालात मे कई बेर अतिक्रमण हटेबा लेल गेल प्रशासन कए बल प्रयोग तक करबा लेल बाध्य हुए पडैत छल, तथापि ओ सफल नहि होइत छल। कारण साफ छल समाज एकरा लेल तैयार नहि छल।
सरकार आ प्रशासन बदलैत रहल मुदा समाज नहि बदलल। ठहरल पाइन जेना सडैत रहल। ओकरा मे कोना गति नहि देखल जा रहल छल। मुदा समय चक्र घुमल आ समाज सेहो अपना कए बदलबाक कोशिश क रहल अछि। किछु लोक एकरा सरकारक बदलाव कहि रहल छथि त किछु लोक एकरा प्रशासनक बदलाव। किछु गोटे एहि मे बिहारक बदलाव देख रहल छथि, मुदा देखल जाए त बहुत दिनक बाद समाज मे एहि स्तर पर बदलाव भ रहल अछि जे सब किछु पर अपन असर देखा रहल अछि। एकर छोट स उदाहरण दरभंगा मे देखबा मे भेटल। आइ स पांच साल पहिने बाट लेल भगवान कए हटेबा लेल तैयार समाज आइ बाट लेल दुकान सेहो हआ रहल अछि। पांच साल पूर्व इसमाद जखन इ समाद कहने छल जे इस्ट वेस्ट कारिडोर लेल समाज 53टा मंदिर आ 17टा मजार कए अपन हाथ स हटा रहल अछि त दुनिया के एक बेर मे विश्वास नहि भेल छल। एक बेर फेर दरभंगा मे किछु एहने अविश्वसनीय घटना घटल अछि। डीएमसीएच क सामने रोड क मरम्मत भ रहल अछि। रोड कए दू लेन मे बदलल जा रहल अछि। एखन मे ओहि ठाम भेल अतिक्रमण बाधक बनि रहल छल। प्रशासन एहि लेल जखन एकटा अपील केलक एक दिनक भीतर बिना कोनो चर्च केने सबटा दुकान समेट लेल गेल। वार्ड आ अस्पताल रोड पर कोनो दुकान नहि रहल। प्रशासन चौंक गेल अछि ओकरा इ बदलाव बुझबा मे नहि आबि रहल अछि जे आखिर जाहि काज लेल पहिने बल प्रयोग त कैल जा चुकल अदि ओ काज बिना कोनो चेतावनी कए भ गेल। पुलिस क मदद लेल लिखल गेल पत्र कोनो काजक नहि रहल। अतिक्रमणकारी कए हटेबा लेल तैयार जीप ढार रहि गेल। ज्ञात हुए जे शिशु रोग वार्ड स आउट डोर क पूरा परिसर अवैध दुकान स भरल छल। एहि दुकानक कारण सडक पर चलब कठिन भ जाइत छल। बिना कोनो बल प्रयोग कए अपने आप दुकान हटेबा क एहि छोट सन काज दरभंगा कए आन शहर स अलग संस्कार वाला शहर बना देलक अछि। उम्मीद कैल जाए इ संस्कार बनल रहत आ शहरक नाला पर बनल पढल लिखल लोकक कब्जा सेहो एहिना स्वत: हटाउल जाएत।