रामबाबू
पटना । नव वित्तीय वर्ष 2018-19 हेतु राज्य स्तरीय बैैंकर्स कमेटी केर पहिल बैसारमे शनिदिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बैंक सभकेँ अनुदेश देलखिन कि ओ बिहारसँ पाय लSक दखिन आऔर पछिम राज्य केर नहि पठाओल जाए। ऋण देब’मे तेजी आनी, बिहार के लोक पाय केर पचाएब पसिन नहि करैत अछि। ऋण-जमा अनुपात कम सँ कम पचास प्रतिशत तक त’ आन’य केर प्रयास कएल जाउ।
पांच हजार करोड़ लेब बला सहजता सँ भागि गेल आऔर एतय एक लाखक शिक्षा ऋण नहि भेट रहल अछि। मुख्यमंत्रीक कथन अछि कि विकसित राज्य सभक ऋण-जमा अनुपात एक सए प्रतिशत सँ सेहो बेसी होयत अछि आऔर बिहारक एखन पचासो प्रतिशत धरि नहि पहुंचल अछि। बैैंक सभसँ मोटगर मोटगर ऋण राशि लSक बड़का-बड़का लोक भारत सँ बाहर भागि गेल आऔर बिहारमे गरीब आ छात्र सभकें शिक्षा ऋणमे बैैंक सभ रुचि नहि लैत अछि। जखन कि शिक्षा ऋणमे सरकार अपना तरफ सँ 160 प्रतिशत केर गारंटी देने अछि। छोटका-छोटका लोक सभसँ ऋण वसूलीमे बैैंक कड़गर रहैत अछि परञ्च बड़का-बड़का लोक भागल जा रहलैए।मुख्यमंत्री आगु कहलनि कि बैैंक अपन नीचाकें सिस्टम कड़गर बनएबाक प्रयास करथि।
नव शाखा खुजत त’ हम मोफतमे जगह देब। ग्रामीण क्षेत्र सभमे नव शाखा सभ खोलल जाए। पंचायत सरकार भवनमे बैैंकक शाखा हेतु सरकार मोफतमे जगह देब’ लेल तैयार अछि। बिहारमे बैैंक सभक संख्या बढायब सन्दर्भमे मुख्यमंत्री कहलनि कि देशमे एगारह हजारक जनसंख्या पर एकटा बैैंक होयत अछि परञ्च बिहारमे ई अनुपात सोलह हजार अछि। देहाती क्षेत्रमे जँ कोनो बैैंक अपन शाखा खोलय चाहैत होय त’ सरकार ओकरा मदति करत।
फर्जीवाड़ा कS रहल ग्राहक सेवा केंद्र
बैंक सभक द्वारा जे ग्राहक सेवा केंद्र खोलल गेल अछि ओकर शिकायत बेसी भेट रहल अछि। सामाजिक सुरक्षा पेंशन केर मामिलेमे गरीब महिला सभसँ ग्राहक सेवा केंद्र छह हजार रुपैयाक राशि भुगतान केर कागज पर अंगूठा लगवा कS तीन हजार रुपए द रहलैए। जिला प्रशासन केर बैैंक ई स्पष्ट करय कि ओ किनका ग्राहक सेवा केंद्र केर एजेंट बना रहल अछि। डीएम केर स्तर पर हम ग्राहक सेवा केंद्रक जांच कराएब। सूक्ष्म स्त्ररिय देखभाल नहि होयबाक कारण हमरा सभकें दिकक्ति उठाब’ पड़ैत अछि।
आरटीजीएस महीना धरि बैैंकमे ओहिना पड़ल रहैत अछि।मुख्यमंत्री कहलनि कि बैैंक कर्मी अहि सभ पर गौर करय आऔर समीक्षा जरूर कएल जाए कि सरकार केर तरफ सँ डायरेक्ट बेनफिट ट्रांसफर योजनाक तहत जे राशि आरटीजीएस कएल जाएत अछि ओ बैैंक सभमे अकारण बेस अवधि धरि किएक पड़ल रहैत अछि। स्वयं सहायता समूह सभकें जे बैैंकिंग मदति चाहि से नहि भेट रहल अछि।
बैंकक सुरक्षा केर लSक सरकार गंभीर अछि। अरवल मे बैैंक अधिकारी केर हत्याक चर्चा पर मुख्यमंत्री कहलाह कि पुलिस केर कार्रवाई चलि रहल अछि। जल्दिए पुलिस दोषी के’ पकड़ि लेत। आगु ओ कहैत अछि कि बैैंकक सुरक्षाक लेल राज्य सरकार अपन इंडस्ट्रियल सिक्यूरिटी फोर्स बना रहल अछि।
नोटबंदी केर आरिमे कोन-कोन नोट कतय-कतय पहुंच गेल? राज्य स्तरीय बैैंकर्स कमेटीक बैसारमे मुख्यमंत्री नोटबंदी केर सेहो चर्च अपन संबोधन मे कएलक। आगु ओ कहैत अछि कि ओ शुरुए सँ नोटबंदी केर समर्थक रहल अछि। परञ्च नोटबंदीक आरिमे बैैंक बला नोटक बहुत गरबर खेल खेललक। सोशल रिफार्ममे बैैंक सभक भूमिका बहुत बेसी होयत अछि से अवश्य सोचबाक चाहि।