मणिभूषण राजू
नई दिल्ली : महामहिम राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद रवि दिन आर्थिक अपराध अध्यादेश के मंजूरी देलथि। आब एहि अध्यादेश के लागू होबाक पश्चात सरकार आब आर्थिक अपराध करयवला सबके सख्ती सँ निपटि सकैत अछि। आब सरकार के पास बैंक सँ फ्राड करयवला आ जानिबूझि कय लोन नै चुकाबयवला के खिलाफ कार्रवाई के पूरा अधिकार सरकार लग होयत। आहाँ सबके बता दी जे पहिले नियम में लचीलापन के कारण पछिला किछु साल में विजय माल्या, नीरव मोदी आ मेहुल चौकसी जकाँ अनेकों कारोबारी बैंक सबके हजारों करोड़ के चूना लगा देश सँ भागि चुकल छथि।
ककरा सबके खिलाफ कार्रवाई भय सकत??
– अध्यादेश के प्रावधान सँ फाइनेंशियल फ्राड कय पाई चुकाबय सँ मना करयवला सबपर।
– आर्थिक अपराध में जिनका खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी भेल होयत।
– 100 करोड़ सँ बेसी के बैंक लोन डिफाल्टर सबपर।
– भगोड़ा आर्थिक अपराधी सबके सम्पत्ति सब बेचकय कर्ज देबयवला के भरपाई कयल जा सकत।
कोन कारण सँ सरकार ई अध्यादेश आनल??
– केन्द्र सरकार लोकसभा में 12 मार्च के “भगोड़ा अपराधी बिल – 2018” पेश कयने छल, मुदा संसद में हंगामा के चलते ई बिल पास नहिं भय सकल। एहि कारण सँ सरकार आब एहि के अध्यादेश के रूप में लायल। कैबिनेट एहि अध्यादेश के मंजूरी शनिए दिन दय देने छल।
भगोड़ा घोषित करय के कार्रवाई के करत??
– अध्यादेशक प्रावधान के अनुसार, डायरेक्टर वा डिप्टी-डायरेक्टर स्तर के अधिकारी कोनो आरोपी के भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित कय सकैत अछि। एहि लेल विशेष अदालत में याचिका देबय पड़तनि। एहि में आरोपी के विरुद्ध पर्याप्त सबूत देबय पड़तनि।
की-की जानकारी देबय पड़तनि??
– कोनो अपराधी के भगोड़ा घोषित करय लेल याचिका में ओकर पता-ठिकाना संग ओकर सम्पत्तिक जानकारी देबय पड़तनि। जब्त करय योग्य बेनामी सम्पत्ति सब संग विदेशी सम्पत्ति सबके लिस्ट सेहो देबय पड़तनि। संगहि एहि सब सम्पत्ति संग जुड़ल आन सबलोकक जानकारी सेहो शामिल रहत।
आरोपी के पेश होबय लेल कतेक समय??
– आवेदन भेटय के बाद स्पेशल कोर्ट आरोपी के 6 सप्ताह के अंदर पेश होबाक नोटिस देल जाओत। अगर आरोपी तय जगह पर पेश भय जाईत अछि तँ कोर्ट “भगोड़ा आर्थिक अपराध बिल” के तहत कार्रवाई नहि करत।
विजय माल्या आ नीरव-मेहुल कियै भागि सकला देश सँ??
– शराब कारोबारी विजय माल्या पर भारतीय बैंक सबहक लगभग 9000 करोड़ रुपया सँ बेसी के लोन बकाया अछि। बाद मे ई 2 मार्च 2016 के लंदन भागि गेल।
– तहिना हीरा कारोबारी नीरव मोदी आ मेहुल चौकसी पछिला किछु साल में पंजाब नेशनल बैंक में लगभग 13000 करोड़ रुपयाक फ्राड कयलक। दूनू एकरा फर्जी “लेटर आफ अंडरटेकिंग” के जरिए अंजाम देलक। बाद में इहो दूनू सपरिवार विदेश भागि गेल ।