दरभंगा । कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्वविद्यालय संस्कृत शिक्षा के रोजगारोन्मुख बनाब जा रहल अछि। विश्वविद्यालय निर्धारित शुल्क ल धार्मिक कर्मकांड कराओत जाहि सँ शिक्षक आ छात्र दुनू के लाभ होयतन्हि। एहि सँ छात्र शिक्षा क संग धनोपार्जन सेहो करता जाहि सँ संस्कृत शिक्षा क प्रति अभिरूचि हेतैन।
एहि हेतु सब विषयक सर्टिफिकेट कोर्स सेहो शुरू कयल जायत ।विश्वविद्यालय क स्नातकोत्तर विभाग छात्र क अतिरिक्त अन्य लोक सब के सेहो संस्कृत पढबाक अवसर देत। विश्वविद्यालय मे जन्म कुंडली बनौनाई, कुंडली मिलान, संस्कारादि कार्य हेतु योग्य पुरोहित, कर्मकांडी उपलब्ध करेबा सहित प्रायश्चित लिखबा क काज सब सशुल्क कएल जायत। वेद विभाग अनुष्ठान अदि काज मे मदति करत। यजमान विश्वविद्यालय क यज्ञ मंडप मे वा घरो पर निर्धारित शुल्क द करा सकता।दर्शन विभाग प्रवचन देत। साहित्य आ व्याकरण विभाग संस्कृत क पठन पाठन क अतिरिक्त प्रचार प्रसार क काज सेहो करत। विश्वविद्यालय क वी. सी. श्री सर्वनारायण झा कहलनि जे एहि महत्वाकांक्षी योजना क अन्तर्गत विश्वविद्यालय मे कर्मकांड, कुंडली निर्माण, न्यास योग तनाव प्रबंधन क अतिरिक्त सीसीए मे सर्टिफिकेट कोर्स शीघ्रे शुरू होयत पश्चात हस्त रेखा, धर्म शास्त्र, पंजी प्रबंध शुरू होयत।
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