मैथिली फिल्म अकादमी दरभंगा क मांग पर सांसद गोपाल जी ठाकुर लोकसभा मे डीडी मिथिला क उठेलथि मांग
नयी दिल्ली। भारतक संसदीय इतिहास मे पहिल बेर कोनो सदन मे सांसद अपन विचार मैथिली भाषा मे रखलथि। एखन धरि मैथिली भाषाक उपयोग मात्र शपथ लेबा लेल होइत छल। 2004 मे मैथिली कए आठवीं अनुसूचि मे स्थान भेटलाक बाद स मिथिलाक लोक एहि दिनक बाट तकैत छल जहिया मैथिली सदन मे उदबोधन या संबोधन क भाषा बनत। दरभंगा क सांसद गोपालजी ठाकुर अपन नाम एहि संबोधनक संग इतिहास मे दर्ज क लेलथि।
उल्लेखनीय अछि जे पिछला सप्ताह दरभंगा मैथिली फिल्म अकादमी क एकटा शिष्टमंडल पत्रकार शशिमोहन क नेतृत्व मे संसद स भेंट केने छल आ 24 घंटाक अलग स डीडी मिथिला चैनल क मांग उठौने छल। शिष्टमंडल कए देल आश्वासन क बाद सांसद श्री ठाकुर लोकसभा मे शून्यकाल मे इ मामला उठेलाह। मैथिली मे एहि मामला कए उठबैत श्री ठाकुर कहला जे “ मैथिली भाषा कए अष्टम अनुसूचि मे स्थान भेटल अछि, मुदा आइ तक मैथिली भाषा लेल अलग स दूरदर्शनक कोनो चैनल नहि अछि। जाहि कारण स मैथिल भाषा भाषी अपना एक उपेक्षित महसूस करैत छथि। वर्तमान केंद्र क सरकार स्थानीय कला आ संस्कृति कए बढावा देबा लेल संकल्पित अछि। एहि लेल हम अनुरोध करैत छी जे 24 घंटा लेल दूरदर्शन पर एकटा मैथिली चैनल शुरू कैल जाये। एकरा लेल संपूर्ण मिथिला सरकारक आभारी रहत।
उल्लेखनीय अछि जे संसद मे एखनो मैथिली अनुदित करबाक सुविधा नहि अछि, ताहि लेल सांसद क संबोधन मैथिली भाषा जनिनिहार तक बुझलक। श्री ठाकुर अगर एहिना अपन संबोधन मैथिली मे करैत रहला त मैथिली अनुदित करबाक सुविधा सेहो बहाल होएत आ एहि पद पर कोनो मैथिल कए नौकरी भेटत।
सांसदक संबोधन पर प्रतिक्रिया दैत मैथिली फिल्म अकादमी, दरभंगा क सचिव पत्रकार शशिमोहन कहला जे मांग कए गम्भीरता स लेबा लेल मैथिली भाषा मे पहिल बेर प्रश्न उठेवाक वास्ते सांसद श्री ठाकुर के प्रति आभार व्यक्त करैत छी। संगे ई उम्मीद करैत छी जे केंद्र सरकार डीडी मिथिला क मांग कए मूर्तरूप देत. एहि अभियान मे संग देनिहार समस्त सहयोगी क प्रति आभार।