पटना। जलवायु परिवर्तन स दुनिया क कृषि पर उत्पन्न संकट क मुकाबला करबा लेल पूसा मे बोरलाग इंस्टीच्यूट आफ साउथ एशिया स्थापित हुए जा रहल अछि। बिहार सरकार संस्थान कए 200 एकड़ भूमि एक टका प्रति एकड़ क टोकन राशि पर 99 साल लेल उपलब्ध करा रहल अछि। कृषि अनुसंधान आ शिक्षा मंत्रालय राज्य सरकार कए संस्थान लेल भूमि उपलब्ध करेबा संबंधित एकरारनामा क प्रारूप पठेने छल। राज्य सरकार एहि प्रारूप पर अपन सहमति प्रदान क देलक अछि। अन्तर्राष्ट्रीय संस्थान क स्थापना पर दिल्ली मे भेल एकटा बैसार मे कृषि उत्पादन आयुक्त अशोक कुमार सिन्हा आ विभाग क सचिव एन विजया लक्ष्मी राज्य सरकार दिस स सहमति देलथि। केन्द्र अन्तर्राष्ट्रीय स्तर क कृषि अनुसंधान संस्थान क स्थापना लेल मध्य प्रदेश क जबलपुर, हरियाणा आ बिहार मे पूसा क चयन केलक अछि। संस्थान मे प्रस्तावित अनुसंधान क संबंध मे बताउल जा रहल अछि जे बोरलाग संस्थान विश्र्वविद्यालय स पृथक होएत। एकर एकमात्र कार्य जलवायु परिवर्तन स फसल पर उत्पन्न भ रहल संकट क निदान ताकब आ कीडा क प्रकोप कए रोकब होएत। कृषि वैज्ञानिक क अनुसार सौ साल मे पृथ्वी क तापमान मे एक डिग्री क वृद्धि भेल अछि। एहि शताब्दी मे एहि मे डेढ़ डिग्री तक क वृद्धि क आशंका अछि। एहन मे कईटा फसल समाप्त भ जाएत। धान आ गेहूंम क वर्तमान बीज खेती योग्य नहि रहि जाएत।