पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार क दोसर कार्यकालक पहिल जनता दरबार। आशाक अनुरूप भीड। दूर-दराज़ स पहुंचल लोक। एक दर्ज़न स बेसी विभाग क मामला क सुनवाई। संबंधित विभागक अधिकारी आ मंत्री अपन-अपन जगह पर आसीन, मुदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अलग अंदाज़ मे। ओ अपन निर्धारित स्थान पर जेबाक बदला मे सीधा सड़क पर जा लाईन मे लागल दूर-दराज स आयल गरीब असहाय लोक क अरजी अपन हाथ स ल समस्याक निराकरण लेल ओतहि स निर्देश दिए लगलाह। एहन पहिल बेर भेल जखन, मुख्यमंत्री पिछला 5 साल मे अपने कतारक अंतिम लोक लग जा आवेदन लेलथि।
दरअसल आम तौर पर जनता क दरबार मे मुख्यमंत्री कार्यक्रम क फारमेट इ अछि जे एक अणे मार्ग क एक हिस्सा मे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लोक स हुनकर शिकायत क आवेदन लैत छथि मुदा अपन दोसर पारी क पहिल आयोजन दिन स्वयं मुख्यमंत्री एहि फारमेट कए तोड़ि देलथि। दरअसल भीड़ क हाल इ छल जे कतार मुख्यमंत्री आवास क जनता दरबार वाला प्रवेश द्वार स लकए राजकीय अतिथिशाला तक छल। मुख्यमंत्री कए जखन एहि भीड़ क बारे मे जानकारी भेटल त ओ गेट स बाहर निकलि गेलाह आ सड़क पर कतार मे ठार लोक स भेंट करि हालचाल संग आवेदन मांगलथि। एहि दौरान स्थिति इ छल जे सरकार क मशीनरी जाहि मे डीजीपी, गृह सचिव आ आधा दर्जन स बेसी महकमा क प्रधान सचिव सड़क पर मुख्यमंत्री क पाछु-पाछु लोक क शिकायत कए सुनि रहल छलाह।
शिकायत लकए पहुंचल लोक क विश्वास क एकटा बानगी इ कहल जा सकैत अछि जे मुख्यमंत्री स मुखातिब एकटा वृद्ध कहला-ए सर हमको अपना कांटैक्ट नंबर दे न दीजिए। मुख्यमंत्री सेहो चौंक गेजाह आ कहला-हमरा नंबर? फेर कहला-अरे मेरा नंबर तो जगजाहिर है भाई।
मुख्यमंत्री कए एबा स पहिने कतार मे लागल किछु युवा हंगामा सेहो केलथि। इ सब सिपाही बहाली क जांच करेबाक मांग करि रहल छलाह। मुदा नीतीश कुमार कए एलाक बाद मामला शांत भ गेल।
जनता दरबार मे समस्या सुनलाक बाद मीडिया स गप करैत मुख्यमंत्री कहला जे राज्य मे तीन लाख शिक्षक क नियुक्ति कैल जाएत। ओ कहला जे एहि बेर शिक्षक क नियुक्ति क लेल जांच परीक्षा लेल जाएत। जांच परीक्षा मे सफल अभ्यर्थी क सूची क आधार पर विभिन्न नियोजन इकाई द्वारा राज्य मे तीन लाख शिक्षक क बहाली कैल जाएत। एहि स शिक्षक क नियुक्ति मे योग्यता क अनदेखी नहि होएत।
मुख्यमंत्री कहला जे राज्य मे शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय कए सुदृढ़ कैल जाएत। राज्य मे आओर बेसी मेडिकल आ इंजीनियरिंग कॉलेज खोलबाक प्रयास भ रहल अछि। निजी क्षेत्र मे सेहो जे मेडिकल कॉलेज या इंजीनियरिंग कॉलेज खोलए चाहताह, हुनका हर तरह स मदद देल जाएत। आर्य भट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय कए शीघ्र क्रियाशील कैल जाएत। ओ कहला जे मानव संसाधन विकास विभाग द्वारा प्रदेश क पुराने कॉलेज कए सेंटर ऑफ एक्सलेन्स क रूप मे विकसित कैल जा रहल अछि।
Vah khushi bh rahal achi….aa vishvas achi je Nitish jee bad kichh kartah Bihar k lel……