मधुरेश, बलिराजगढ़ (मधुबनी) । इ वस्तुत: उपलब्ध इतिहास कए मोड़बा क कवायद छी। हम मंगलदिन विख्यात बलिराजगढ़ क एकटा पैघ टीला पर छी। एहि ठाम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपन काफिला क संग छथि। इतिहास क विद्यार्थी -शोधार्थी क रूप मे सबकिछु जनबाक- बुझलाक क बाद चकित-मुदित मुख्यमंत्री भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण क एकटा अधिकारी स कहला-‘या त अहां सब एहि ठाम खुदाई करू या फेर हमरा अनुमति देल जाए। एहि ठाम त इतिहास गाडल अछि। नवका जानकारी स इतिहास बदलि सकैत अछि। एतबा पैघ डीह त हम कहियो कतहु नहि देखने छी। हम व्यक्तिगत तौर पर एकर संबंध मे प्रधानमंत्री कए पत्र लिखब।’ ओ एहि ठाम खूब घूमलाह। गामक बुजुर्ग स राजा बलि, हुनकर शेर क सवारी, हुनका स जुडल किवदंति, हुनकर दानी भाव, वामन क तीन डेग मे पृथ्वी नापि लेबाक कथा आदि पर खूब गप केलथि। अफसर स कहला-‘पब्लिक क बीच जे गप अछि ओकरा ऐतिहासिक आधार पर पुष्ट करबाक जरूरत अछि।’ मुख्यमंत्री क दिमाग मे आद दिन भरि बलिराजगढ़ छायल रहल। ओना बीच-बीच में चिरांद सेहो आयल आ राजगीर सेहो। उग्रतारा मां क सेहो चर्च भेल। ओ कहैत जा रहल छलाह-‘बिहार क इतिहास, भारत क इतिहास अछि। बहुत मायना में मानव सभ्यता क इतिहास अछि।’
एहि टीला क मजमा में बहस क विषय इतिहास छल। मुख्यमंत्री कहैत जा रहल छलाह-‘अरे, 2300 साल क इतिहास त उपर स देखा रहल अछि। एनबीपी भेट गेल , त ओनाए एकर इतिहास 700 बीसी क भ जाएत। .. अरे, बोधगया में महात्मा बुद्ध कए ज्ञान क प्राप्ति भेल। मुदा एहि स पहिने ओ कतए कतए गेल हेताह? जतए सभ्यता होएत, ओतहि ने गेल हेताह! राजगीर सेहो गेल हेताह। एहि ठाम सेहो आयल गेताह।’
फेर ओ गांमक लोक दिस गेलाह। तरह-तरह क गप-राजा बलि शेर पर बैसकए लडबा लेल जाइत छलाह। इ पूरा क्षेत्र बिल्कुल खुलल छल। मुदा एहि ठामक एकटा ईट तक कियो नहि ल गेल अछि। धारणा अछि जे एहि स अपशकुन होइत अछि। एकटा बुजुर्ग महिला कहलथि-एहि गढ़ क दायरा में एला पर त भूत-पिशाच क सेहो डर समाप्त भ जाइत अछि। मुख्यमंत्री कए बताउल गेल जे 1972 क बाद स एहि ठाम खुदाई बंद अछि। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण एकरा मात्र संरक्षित क्षेत्र घोषित केने अछि।
खुदाई में सबस पैघ दिक्कत इ अछि जे थोड जमीन खोदला पर पाइन निकलि अबैत अछि। मुख्यमंत्री क कहब छल जे एहि संकट कए दूर करबा क कोनो न कोनो बाट ताकल जाए। एहि कारण स एकटा इतिहास कए एना छोडल नहि जा सकैत अछि। एकरा लेल प्रोजेक्ट बनए। खुदाई भेला पर पता नहि की की जानकारी भेटत? मुख्यमंत्री बेहद उत्साहित छलाह। कहला-‘हम त अतीशचंद्रा जी क शुक्रगुजार छी।’
एहि ठाम स निकलैत देरी नीतीश क भूमिका मे बदलाव आबि गेल। ओ एकटा आवासीय विद्यालय मे छलाह। छात्रावास में खासकए बिछान सुंदर छल। मुदा किछु काल बाद सत्यता सामने आबि गेल। छात्र शिकायत केलक-‘सर, एहि ठाम शौचालय नहि अछि।’ मुख्यमंत्री चौंकलाह-‘आवासीय विद्यालय में शौचालय नहि अछि? .. कतए छी यउ अंजनी बाबू (अंजनी कुमार सिंह, प्रधान सचिव, शिक्षा विभाग) .., देखू अंजनी बाबू, एहि ठाम त प्राब्लम बिकराल अि।’ बच्चा छत क चून, छात्रवृत्ति नहि भेटबाक सूचना आ शिक्षक क कमी सन कईटा शिकायत करैत गेल। मुख्यमंत्री सुनैत गेलाह।
भपटियाही मे सड़क क शिलान्यास क दौरान मुख्यमंत्री क नवका भूमिका देखबाक मे भेटल। ओ जनता क सुनि तत्काल ओहि समस्या, मांग कए निपटेबाक कोशिश मे छलाह। ओ कहला-‘हम ग्रामीण कार्य मंत्री डा.भीम सिंह आ हुनकर विभाग क प्रधान सचिव बी.राजेंदर कुमार स पूछलहुं अछि जे इ सड़क आखिर कहिया धरि बनत? जवाब भेटल अछि-एहि साल क अंत तक। त इ दूनू गोटे एहि ठाम आबउथ आ जनता क ताली कए सुनइथि। फेर ओ एहि सड़क निर्माण क ‘पहरेदार’ क नाम जनता कए बतेलथि। एहि मे ग्रामीण विकास मंत्री नीतीश मिश्रा क सेहो नाम छल।
ओ तमुरिया मे ओहि उत्सुक किसान क रूप मे सामने एलाह, जेकर सपना इंद्रधनुषी क्रांति कए प्रदेश क धरती पर साकार करब अछि। ओ एहि ठाम कपिलेश्वर मिश्र क हैचरी में छलाह। एहि ठाम ओ मत्स्यपालन स संबंधित तमाम पक्ष क व्यापक जानकारी लेलथि। चलैत काल डा.भीम सिंह (मंत्री) स मुस्की मे कहला -‘अहां सब सेहो इ सब किया ने करैत छी, कतेक नीक काज अछि?’ एहि ठाम हुनकर मैथिली अंदाज में पाग पहिरा कए स्वागत कैल गेल।
श्री कुमार नवानी गांव में टीम लीडर छलाह। एहि ठाम ओ अपन सचिव चंचल कुमार क आवास पर चाह पिलथि। चंचल कुमार क कनिया स्निग्धा आ पुत्र शाश्वत राजन हुनकर स्वागत केलथि। मुख्यमंत्री कए पाग आ मखाना द कए सम्मानित कैल गेल।
बाघा कुशमर क मदरसा इत्तेहादुल मुलमीन में हुनकर भाव ओहि नेता क छल, जे बखूबी अपन वायदा निभा दैत अछि। एहि ठाम भीड़ कए संबोधित करैत ओ कहला जे हमर-अहांक संबंध हरदम बनल रहत। ओ कहला जे अहां सब जेना जाति-मजहब बिसरि कए विकास कए वोट देलहुं। इ मामूली गप नहि छल। अहां सबहक सहयोग स हमरा भारी जीत भेटल।
एहि ठाम एकटा जानकारी मुख्यमंत्री कए भेटल। कहल गेल जे आयुष चिकित्सक एलोपैथ क दवा लिखैत छथि। मुख्यमंत्री एहि पर आपत्ति जतेलाह। ओ कहलथि जे पब्लिक डिमांड पर एहि ठाम एमबीबीएस डाक्टर कए तैनात कैल जाए। संगहि कहलथि -‘मध्य विद्यालय कए प्लस टू मे उत्क्रमित कैल जाएत। कतए गेलाह अंजनी बाबू, एकरा देखू अहां।’ मुख्यमंत्री महाकवि विद्यापति टावर क उद्घाटन सेहो केलथि। एकर विधान पार्षद संजय झा केलथि अछि।
एकर तुरंत बाद ओ फेर नव भूमिका मे छलाह। ओ एसडीओ कार्यालय मे बैसलाह। एकटा प्रशासक क भाव। फाइल क निपटारा, विकास योजना क समीक्षा, आरटीएस क स्थिति .., ढेर रास सवाल; मुख्यमंत्री क सवाल क जवाब देबा काल अफसर क माथ पर पसीना देखल जा सकैत छल। 2008 क बाद मधुबनी क डीएम तक एहि कार्यालय मे नहि आयल छलाह। मुख्यमंत्री कहला जे एना कोना होएत वरीय अधिकारी कए अपन अधीनस्थ कार्यालय में नियमित रूप स एबाक चाही। मुख्यमंत्री क एहि इच्छा पर जिलाधिकारी लग मात्र जी सर जबाव छल।(जागरण मे छपल आलेखक अनुदित अंश)
नीक आलेख। बलिराजगढ़ हमर गाम खोजपुर सं बिल्कुल सटल अछि, मात्र एक किलोमीटर। हमरो पता लागल जे नीतीश हमरे गाम बाटे बलिराजगढ गेला। ओतय चैती दुर्गा में भारी मेला लगैत अछि। हम सब बच्चे से ओतय जाईत रहैत छी। नीक लेख।