पटना । बिहार आइ-काल्हि काफी जबरदस्त बिजली संकट स जूझ रहल अछि। दरअसल, राज्य मे मांग क मुकाबले सिर्फ आधा बिजली उपलब्ध भ रहल अछि। एहि कारण स राज्य क ज्यादातर हिस्सा मे बिजली लंबा अवधि तक नहि भेट पाबि रहल अछि।
बिहार राज्य बिजली बोर्ड (बीएसईबी) क संयुक्त सचिव अरुण कुमार सिन्हा क कहब अछि, ‘एहि समय हमरा औसतन 1900 मेगावॉट क जरूरत अछि, जखनकि केंद्रीय पूल मे हमर हिस्सा 1500 मेगावॉट अछि, मुदा हमरा ओहि स मात्र 817 मेगावॉट बिजली भेट रहल अछि। एकर अलावा, कांटी (मुजफ्फरपुर) आ बरौनी थर्मल पावर स्टेशन स हमरा 140-150 मेगावॉट बिजली भेट रहल अछि। एहि कारण स राज्य मे बिजली क भारी किल्लत भ चुकल अछि। शहरी आ ग्रामीण इलाका, दूनू ठाम लोडशेडिंग कैल जा रहल अछि। हालांकि, एखन 10म आ 12म क परीक्षा कए देखैत राज्य सरकार देर राति मे बिजली क आपूर्ति सुनिश्चित करि रहल अछि।
सिन्हा क कहब अछि, ‘केंद्रीय पूल मे हमर हिस्सा 1550 मेगावॉट क अछि, मुदा हमरा कहियो 900 मेगावॉट स बेसी नहि भेटल अछि। अगर हमरा हमर जायज हिस्सा भेट जाए त बहुत हद तक बिहार मे बिजलीक समस्या मे सुधार भ सकैत अछि।Ó
एहि संबंध मे एकटा अधिकारी क कहब अछि,’एखन त मार्च क महीना अछि आ एहन हालत अछि, केंद्रक रवैया एहने रहल त गर्मी आ बरसात क पूरा नौ महीना बिहार अनहारे रहत। ओना, बोर्ड बाहर स बिजली कीनबा क कोशिश सेहो करि रहल अछि, मुदा एहि संबंध मेे ओकरा सरकार क इजाजत नहि भेटल अछि। बीएसईबी क कांटी आ बरौनी बिजली घर क कुल क्षमता 440 मेगावॉट अछि, मुदा काफी पुरान भ चुकल एहि बिजली घर स पूरा उत्पादन नहि भ पाबि रहल अछि।