ट्रांसमिशन आ डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क पर बिहार करत 1900 करोड़ टकाक निवेश
पटना देश क पहिल एहन शहर अछि, जतय सुपरवाइजरी कंट्रोल ऐंड डाटा एक्वीजिशन (स्काडा) क शुरुआत कैल गेल अछि।
पटना । बिहार मे बिजली क बुनियादी ढांचा कए सुधारबा लेल राज्य सरकार आब अपन ट्रांसमिशन लाइंस क क्षमता मे इजाफा करबा मे जुटल अछि। राज्य सरकार एहि साल अपन ट्रांसमिशन आ डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क मे सुधार करबा लेल करीब 1900 करोड़ टका क मोट निवेश करबाक योजन बनेलक अछि। राज्य सरकार नव तकनीक क सहारा सेहो ल रहल अछि।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार क कहब अछि जे बिहार मे बीतल किछु साल मे बिजली क मांग तेजी स बढ़ल अछि। कारण अछि जे राज्य क तेज औद्योगिक विकास। हालांकि, बिजली क स्थिति संतोषजनक नहि अछि। बिहार मे बिजली क मांग क मुताबिक हमरा केंद्र स बिजली नहि भेट रहल अछि। एहि लेल हम नव बिजली घर क निर्माण करि रहल छी। तीन चारि साल मे हमरा लग मे मांग स बेसी बिजली भ सकैत अछि। तखन एकर ट्रांसमिशन क जरूरत सेहो बढ़त। एकरा लेल हम आइ स तैयारी करि रहल छी। हम एहि क्षेत्र मे हजार करोड़ टका क निवेश केलहु अछि। जून तक हमरा लग 7158 एमवीए क्षमता तैयार भ गेल अछि। मतलब हम एहि समय मे करीब 5700 मेगावॉट बिजली क ट्रांसमिशन आसानी स क सकैत छी।
विद्युत विभाग क प्रधान सचिव रविकांत क कहब अछि जे बिहार मे आइ सेहो देश क मुकाबले बिजली क स्थिति काफी खराब अछि। हमरा लग मे देश क 8 फीसदी आबादी अछि, जखकि हमरा देश क कुल बिजली उत्पादन क केवल 0.44 फीसदी हिस्सा भेटैत अछि। देश मे जतय प्रति व्यक्ति बिजली क खपत 720 यूनिट प्रति वर्ष अछि, त बिहार मे इ सिर्फ 100 यूनिट प्रति वर्ष अछि। एहि स्थिति मे सुधार अनबा लेल हम नव बिजली घर क निर्माण करि रहल छी। संगहि, बरौनी आओर कांटी क अपन पुरान बिजली घर क क्षमता मे इजाफा सेहो करि रहल छी। हालांकि, एकर संग-संग हमरा अपन ट्रांसमिशन आ डिस्ट्रीब्यूशन क्षमता मे सेहो इजाफा करए पड़त।
ओ कहला जे एहि साल सरकार करीब 1900 करोड़ टका निवेश करत। एखन कुल मिलाकए 155 नव सब स्टेशन क निर्माण भ रहल अछि। रविकांत कहला जे- हम नव-नव तकनीक क इस्तेमाल करि रहल छी। मिसाल क तौर पर हम पटना मे सुपरवाइजरी कंट्रोल ऐंड डाटा एक्वीजिशन (स्काडा) क शुरुआत केलहु अछि। पटना देश क पहिल एहन शहर अछि, जतय एकरा लॉन्च कैल गेल अछि। एहि स हम अपन ग्रिड स्टेशन आओर सब स्टेशन पर हरदम निगरानी करि सकब।