पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बीज विधेयक क मुद्दा पर कोनो गप सुनबा लेल तैयार नहि छथि। एहि मामला मे ओ केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार क खिलाफ मोर्चा खोलि देलथि अछि। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह कए लिखल पत्र मे नीतीश पहिने कहि चुकला अछि जे बीज विधेयक कए पारित करैत काल किसान क हित आओर सरोकार क ध्यान राखब जरूरी अछि। बिहार दिवसक मौका पर सेहो किसान कए आश्वस्त केलथि जे हुनका रहैत किसान संग कोनो धोखा नहि भ सकैत अछि।
हाईब्रीड मक्का क बीज क उपयोग कए बिहार भुगति चुकल अछि। एहि बीज क इस्तेमाल स राज्य क 61 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल मे लागल मक्का क फसल मे दाना नहि आएल आ बीज कंपनी मुआवजा देबा स सेहो मुकरि गेल छल। नतीजतन राज्य सरकार मुआवजा क बोझ उठेलक।
नीतीश राज्य सरकार कए बीज क दाम तय करबाक अधिकार, बीज नियंत्रण आदेश 1983 मे राज्य कए भेटल अधिकार कए बीज विधेयक मे शामिल करबा लेल आ राज्य कए बीज पंजीकरण क हक देबा लेल जोर द रहल छथि। मनमोहन कए पत्र लिखबा स पूर्व नीतीश केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार आ वन-पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश कए सेहो पत्र लिखिकए अपन चिंता जाहिर केने छलाह। बीटी मक्का क फील्ड ट्रायल क लेल बिहार क भागलपुर आ बेगूसराय कए चुनाच कैल गेल छल, मुदा नीतीश क विरोध क कारण इ संभव नहि भ सकल।
आब नीतीश बीज विधेयक मे बहुराष्ट्रीय कंपनी क बजाए किसान क हित क ध्यान रखबाक मुद्दा उठेने छथि। नीतीश साफ कहैत छथि जे किसान क पूंजी डुबाकए बहुराष्ट्रीय कंपनी कए मालामाल हेबाक छूट नहि देल जा सकैत अछि। बीज विधेयक मे किसान क हित क ध्यान नहि राखल गेल त बहुराष्ट्रीय कंपनी क एकाधिकार बढत।